पुराने लखनऊ में बारिश के कारण कई जगह सड़कें तालाब में तब्दील हो गई. इस दौरान दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
लखनऊ में इस बारिश के कारण विधानभवन के गेट संख्या 1 के अंदर भी पानी प्रवेश कर गया. इस वजह से तालाब जैसा नजारा देखने को मिला.
राजधानी होने के बावजूद कई इलाके ऐसे हैं, जहां बारिश के बाद लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. सड़कों पर वाहनों के डूबने की स्थिति हो जाती है.
लखनऊ में बारिश ने नगर निगम के दावों की भी पोल खोल दी. कई इलाकों में सीवर जाम होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो सकी, जिसकी वजह से सड़क तालाब में बदल गईं.
मानसून की सक्रियता के कारण गोमती नदी के जलस्तर पर भी इजाफा दर्ज किया गया है. बारिश जारी रहने की स्थिति में नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है.
बारिश की वजह से गोमतीनगर के कई इलाके जलमग्न हो गए. वहीं अंबेडकर पार्क का नजारा भी इस दौरान देखने लायक था. यहां भी हर तरफ पानी नजर आया.
लखनऊ में बुधवार सुबह 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलना शुरू हुई. इसके बाद बादलों के बरसने का सिलसिला शुरू हुआ. कुछ घंटे की बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया.
बारिश की वजह से कई इलाके पानी में डूब गए. सड़क और गलियों में हर तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा. लोगों के घरों तक पानी प्रवेश कर गया.
लखनऊ में पार्क रोड पर सड़क के पूरी तरह पानी में डूबे होने पर इस जब इस शख्स को कुछ समझ नहीं आया तो इसने अपने जूते ही हाथों में लिए और फिर सड़क पार की.