धनबाद में CM हेमंत की बड़ी घोषणा- दो साल में होगा सभी पुलिस लाइन और जैप मुख्यालयों का जीर्णोद्धार
समारोह में आइआरबी नौ बटालियन के प्रशिक्षु जवानों को शपथ दिलायी गयी. कुल 542 जवानों ने दो वर्षों तक यहां प्रशिक्षण लिया. हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य को बेहतर दिशा देनी है, तो बेहतर व्यवस्था खड़ी करनी पड़ेगी.
बेहतर सुविधा देने से ही बेहतर सेवा मिल सकती है. इससे बेहतर दिशा भी दी जा सकती है. अगले दो वर्षों के दौरान राज्य के सभी पुलिस लाइनों तथा जैप मुख्यालयों का जीर्णोद्धार होगा. समस्याएं दूर की जायेंगी. यह बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को झारखंड सशस्त्र पुलिस बल (जैप) तीन के गोविंदपुर स्थित परेड मैदान में पारण परेड समारोह को संबोधित करते हुए कही.
समारोह में आइआरबी नौ बटालियन के प्रशिक्षु जवानों को शपथ दिलायी गयी. कुल 542 जवानों ने दो वर्षों तक यहां प्रशिक्षण लिया. श्री सोरेन ने कहा : राज्य को बेहतर दिशा देनी है, तो बेहतर व्यवस्था खड़ी करनी पड़ेगी. झारखंड सैन्य पुलिस की कई वाहिनियों तथा पुलिस में अच्छी व्यवस्था है, तो कहीं व्यवस्था ठीक नहीं है. इस कारण जवानों ने कठिनाइयों के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया है.
कई जगह संरचना की कमी है. सरकार ने इन समस्याओं को गंभीरता से लिया है. आगामी दो वर्षों में सरकार राज्य के सभी पुलिस लाइनों और जैप मुख्यालय का व्यापक जीर्णोद्धार करेगी.
उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर विधि व्यवस्था, आपराधिक घटनाओं और महिला उत्पीड़न की घटनाओं को चुनौतीपूर्ण तरीके से लेते हुए पुलिस बेहतर कर रही है. कहा कि प्रशिक्षण से जवानों के आत्मबल और कार्यों की प्रति जवाबदेही बढ़ती है. आने वाले समय में जो चुनौतियां आएगी, उसका सामना वे आसानी से कर सकेंगे.
पुलिस की सक्रियता से ही शांति व्यवस्था रहती है कायम : सीएम ने कहा कि शांति एवं सौहार्द का वातावरण पुलिस की सक्रियता से ही कायम है. उन्होंने प्रशिक्षु जवानों से ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वाह करने की अपील की.
ऊंचा है पुलिस कर्मियों का मनोबल : डीजीपी
पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पुलिस की अनवरत सेवा को देखते हुए उन्हें हर वर्ष 13 माह का वेतन दे रहे हैं और 2004 के बाद से नियुक्त पुलिस जवानों को पेंशन की भी सुविधा दी जा रही है. पुरानी पेंशन योजना लागू होने से पुलिस कर्मियों को बहुत राहत मिली है.
कहा कि धनबाद के भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार जब कर्तव्य निर्वाह के दौरान घायल हो गये, तो मुख्यमंत्री ने उन्हें विशेष एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजवाया और उनकी जान बचायी. कहा कि शस्त्रों के अलावा शास्त्रों का भी ज्ञान पुलिसकर्मियों के लिए जरूरी है. इनमें कानून, मानव अधिकार, यातायात प्रबंधन और मूलभूत मूल्यों का ज्ञान भी प्रशिक्षण में लिया गया है. उन्होंने पुलिसकर्मियों से महिलाओं एवं बच्चों के प्रति नरम एवं संवेदनशील होने की अपील की.