गोला प्रखंड के नेमरा के लुकैयाटांड़ में सोमवार को शहीद सोबरन मांझी का शहादत दिवस मनाया गया. वह राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के पिता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दादा थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन भी पहुंचे. दोनों ने शहीद सोबरन मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
आज ही के दिन मेरे दादाजी सोबरन मांझी की हत्या कर दी गयी थी. वे एक शिक्षक थे. उन्होंने समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने पर हमेशा जोर दिया. जमींदारी प्रथा का भी विरोध किया था, जिस कारण उनकी हत्या कर दी गयी. इसके बाद मेरे पिता ‘गुरुजी’ ने इनके संघर्ष को आगे बढ़ाया और लोगों को जमींदारी प्रथा से मुक्ति दिलायी. साथ ही राज्य को मुकाम तक पहुंचाया. उन्होंने कहा कि पहले नेमरा आने के लिए सड़क नहीं थी, लेकिन आज 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ियां चल रही हैं. पूर्व की सरकारों ने इस क्षेत्र की अनदेखी की. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां सिर्फ जाति और धर्म के नाम पर लोगों को लड़ा रही हैं. हमारी सरकार सिर्फ विकास कर रही है.
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सीएम ने कहा कि यह संवेदनशील और आम जन की सरकार है. इस सरकार में योजनाएं एयर कंडीशंड कमरे में नहीं बनती हैं. हम राज्य के हालात और जनता की जरूरतों को ध्यान में रख कर नीतियां बनाते हैं. सीएम ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद हमें झारखंड राज्य मिला. इसके लिए न जाने कितने लोगों ने अपनी शहादत दी. हमारी सरकार इनकी शहादत को बेकार नहीं जाने देगी. हम अपने शहीदों के सपनों का झारखंड बना रहे हैं.