हजारीबाग में एनएच-33 पर 35 जंगली हाथियों का झुंड, काफी देर तक वाहनों का आवागमन ठप
हजारीबाग में एनएच-33 पर 35 जंगली हाथियों का झुंड देखा गया. हाथी जंगल से निकल कर एनएच पार कर रहे थे. जिसके कारण काफी देर तक वाहनों का आवागमन ठप रहा.
चरही (हजारीबाग) आनंद सोरेन : हजारीबाग जिले के चरही घाटी में 35 जंगली हाथियों के झुंड को एनएच-33 पर देखा गया. अहले सुबह करीब 3 बजे हाथियों का झुंड पुरनापानी जंगल की एक छोर से दूसरी छोर की ओर जा रहा था. हाथियों के झुंड ने एनएच-33 पार करने में काफी समय लिया. जिसकी वजह से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. इस दौरान एनएच पर करीब 40 मिनट तक वाहनों का आवागमन ठप रहा. वहीं, सुबह लगभग 6.00-6:30 बजे झुंड से बचे 6 जंगली हाथियों ने एनएच-33 पार किया. जिसमें लगभग 30 मिनट तक वाहनों का आवागमन ठप रहा.
कसियाडीह के समीप जंगल में जमा रहा हाथियों का झुंड
35 जंगली हाथियों के झुंड में तीन-चार बच्चे भी शामिल थे. 14 जनवरी के दिन, लगभग 11 बजे तक 35 जंगली हाथियों का झुंड चरही घाटी कसियाडीह के समीप जंगल में जमा रहा. इससे पहले झुंड ने 13 जनवरी की रात 12 बजे के करीब चनारो पंचायत के डूमर बेड़ा गांव में किसानों के फसल को रौंद दिया.
जंगली हाथी भगाने के लिए दस सदस्य टीम पहुंची चरही
जंगली हाथियों के झुंड को भगाने के लिए दस सदस्य टीम कुज्जु और गोला से हाजारीबाग पहुंची है. जंगली हाथी किसानों के मकान और फसल को नुकसान नहीं पहुंचाए, इसके लिए रेंजर अनिल कुमार के निर्देश में प्रभारी वनपाल शैलेन्द्र कुमार और वनरक्षी विकास उरांव सहित हाथियों को भगाने वाली टीम लगातार निगरानी रख रही है. वनरक्षी विकास उरांव ने ग्रामीणों से सहयोग की अपेक्षा की है. उन्होंने ने कहा कि जंगली हाथियों के झुंड को न छेड़ें. जंगली हाथी जो भी नुकसान करेंगे, उसका मुआवजा वन विभाग देगा.
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