हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022: 7 बार रहे विधायक, बेटे के लिए छोड़ दी कुर्सी, महेंद्र सिंह दिखाएंगे जीत की राह!

हिमाचल प्रदेश की धरमपुर सीट पर साल 2017 के विधानसभा चुनाव में महेंद्र सिंह ने जीत हासिल की थी. वहीं, जिला मंडी स्थित धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत का रिकार्ड बनाने वाले जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर इस बार चुनावी रण में नहीं है. बताया जा रहा है कि उन्होंने बेटे रजत ठाकुर के लिए सीट छोड़ दी है.

By Aditya kumar | October 20, 2022 11:56 AM

Himachal Election 2022: हिमाचल चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान किया जा चुका है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने लगभग उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट जारी कर दी है. ऐसे में कई राजनीतिक समीकरण भी बदल गए है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए हर पार्टी, हर कैंडिडेट ने कमर कस ली है. ऐसे में बीजेपी के महेंद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं. लेकिन इस बार के चुनाव में उन्होंने हिस्सा ना लेने का फैसला किया है.

धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत का रिकार्ड

हिमाचल प्रदेश की धरमपुर सीट पर साल 2017 के विधानसभा चुनाव में महेंद्र सिंह ने जीत हासिल की थी. वहीं, जिला मंडी स्थित धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत का रिकार्ड बनाने वाले जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर इस बार चुनावी रण में नहीं है. बताया जा रहा है कि उन्होंने बेटे रजत ठाकुर के लिए सीट छोड़ दी है. लेकिन बात अगर उनके राजनतिक करियर की करें तो महेंद्र ठाकुर प्रदेश ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अलग-अलग दलों से चुनाव लड़कर लगातार सात बार जीत दर्ज की है.

1990 से अब तक धर्मपुर हलके का प्रतिनिधित्व बतौर विधायक

बता दें कि उनके विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर में उनका अच्छा और अलग ही रुतबा माना जाता है. उन्होंने 1990 में पहली बार निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक की कुर्सी पाई थी. वह 1990 से अब तक धर्मपुर हलके का प्रतिनिधित्व बतौर विधायक और अब मंत्री के रूप में कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव की घोषणा से पहले ही ऐसी चर्चा थी कि महेंद्र सिंह ठाकुर इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. रजत ठाकुर के नाम की चर्चा आरंभ हो गई थी. रजत ठाकुर भी काफी सक्रिय थे. वह पार्टी में भी विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं.

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महेंद्र सिंह ठाकुर का राजनीतिक सफर

1990, निर्दलीय

1993, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1998, हिमाचल विकास कांग्रेस

2003, लोकतांत्रिक मोर्चा

2007, बीजेपी

2012, बीजेपी

2017, बीजेपी

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