Himachal Pradesh Tourist Places: पर्यटकों के लिए खुले हिमाचल प्रदेश के ये हिल स्टेशन, जानें कैसे पहुंचे यहां
Himachal Pradesh Tourist Places: पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में तबाही का मंजर देखने को मिला. हालांकि अभी हालातों को स्थिर होने में वक्त लगेगा लेकिन जहां-जहां तबाही नहीं आई है, वहां-वहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन और नागरिक उड्डयन निदेशक द्वारा घोषणा की गई है.
मैक्लॉडगंज
मैक्लॉडगंज राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला से लगभग 27 किलोमीटर दूर धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में एक शहर और एक तहसील मुख्यालय का नाम है. इसे कभी भागसू के नाम से जाना जाता था. निर्वासन में दलाई लामा की तिब्बती सरकार और कई तिब्बती बौद्ध मठ और केंद्र यहाँ स्थित हैं.
धर्मशाला
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल है. यह जगह दलाई लामा के पवित्र निवास के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है और यहां आर निर्वासन में तिब्बती भिक्षु रहते हैं. धर्मशाला कांगड़ा से 8 किमी की दूरी पर कांगड़ा शहर में स्थित है. यह शहर अलग-अलग उंचाई के साथ ऊपरी और निचले डिवीजनों के रूप में बंटा हुआ है. निचला डिवीजन धर्मशाला शहर है, जबकि ऊपरी डिवीजन को मैकलोडगंज के नाम से जाना जाता है.
पालमपुर
पालमपुर हिमाचल प्रदेश राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जो देवदार के जंगलों और चाय के बागानों से घिरा हुआ है. पालमपुर शहर में कई नदियाँ बहती हैं इसीलिए यह शहर पानी और हरियाली के अद्भुत संगम के लिए भी जाना-जाता है. राजसी धौलाधार रेंजों के बीच स्थित पालमपुर अपने चाय बागानों और चाय की अच्छी गुणवत्ता के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है.
चंबा
चंबा हिमाचल प्रदेश में रावी नदी के किनारे 996 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. चंबा को दूध और शहद की घाटी के नाम से भी जाना जाता है जोअपनी धाराओं, मंदिरों, घास के मैदानों, चित्रों और झीलों के लिए काफी प्रसिद्ध है. बता दें चंबा 17 वीं और 19 वीं शताब्दी के बीच उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में उत्पन्न हुआ था और इसमें हस्तशिल्प और वस्त्र क्षेत्र, पाँच झीलें, पाँच वन्यजीव अभयारण्य और कई मंदिर है.
खाज्जिअर
खाज्जिअर हिमाचल प्रदेश में डलहौजी के पास स्थित एक छोटा सा शहर है जिसको भारत के “मिनी स्विटजरलैंड” के रूप में भी जाना जाता है. यह छोटा सा शहर यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपने जंगलों, झीलों और चरागाहों से बेहद आनंदित करता है. 6,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और लुभावने परिदृश्य के वजह से अपनी एक अलग छाप छोड़ता है.