Jharkhand News: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर अनुमंडल क्षेत्र में 10 वर्ष में एचआईवी से पीड़ित 12 लोगों की मौत हो गयी. एक दशक में 72 लोग एड्स मरीज के रूप में चिन्हित किए गए. वर्तमान में 60 एचआईवी पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है. एक दशक में 45, 524 लोगों की एचआईवी जांच आईसीटीसी परामर्श केंद्र में की गयी थी. इसमें 30 महिलाएं एवं 42 पुरुष एचआईवी पॉजिटिव पाए गए थे. 2017 में सबसे ज्यादा 13 पॉजिटिव मरीज पाए गए थे.
हर वर्ष पाए जा रहे 5-6 एचआईवी पॉजिटिव मरीज
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल की ओर से एचआईवी जांच एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. एचआईवी की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद हर वर्ष अनुमंडल क्षेत्र से 5 से 6 की संख्या में एचआईवी पॉजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं.
जागरूकता ही एड्स से बचाव है
आईसीटीसी परामर्श केंद्र की ममता टोप्पो बताती हैं कि एचआईवी लाइलाज बीमारी है. अबतक इसकी कोई दवा या टीका नहीं बना है, लेकिन जागरूकता व बचाव कर एड्स के खतरे से बचा जा सकता है. अनुमंडल अस्पताल में नि:शुक्ल जांच व दवा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों का नाम-पता गुप्त रखा जाता है. जागरूकता ही एड्स से बचाव है.
वर्ष जांच की संख्या महिला पुरुष कुल पॉजिटिव
2011 1827 00 04 04
2012 1737 03 03 06
2013 1738 01 02 03
2014 2219 02 04 06
2015 2944 01 03 04
2016 3667 01 03 04
2017 5817 05 08 13
2018 5483 06 06 12
2019 5097 03 02 05
2020 4790 02 03 05
2021 5346 03 01 04
2022 4859 03 03 06
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रिपोर्ट : रवि मोहंती, चक्रधरपुर