Hockey India: भारतीय हॉकी की बदल रही तसवीर, पिछले 5 साल में सरकार ने खर्च किये 65 करोड़
केंद्र सरकार ने बताया कि भारतीय हॉकी टीम को आगे बढ़ाने के लिए पिछले पांच साल में 65 करोड़ रुपये खर्च किये गये. सरकार ने बताया, टीम में खर्च करने के साथ-साथ हॉकी से जुड़ी 20 अवसंरचना परियोजनाओं पर करीब 104 करोड़ रुपये खर्च किए.
ओलंपिक में 8 बार की गोल्ड मेडलिस्ट भारतीय हॉकी टीम (Indian hockey team) की तसवीर लगातार बदल रही है. इसका नजारा टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में देखने को मिला. जब भारतीय हॉकी टीम ने 41 सालों बाद कांस्य पदक जीतकर देश को लंबे समय बाद खुश होने का मौका दिया.
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद जब भारतीय हॉकी टीम स्वदेश लौटी तो भव्य स्वागत भी किया, जिससे खिलाड़ियों में उत्साह भी बढ़ गया है. सरकारों की ओर से हॉकी के दिन बदलने के उपाय लगातार किये जा रहे हैं. जिसमें ओडिशा सरकार की भूमिका नकारा नहीं जा सकता है.
इधर केंद्र सरकार ने बताया कि भारतीय हॉकी टीम को आगे बढ़ाने के लिए पिछले पांच साल में 65 करोड़ रुपये खर्च किये गये. सरकार ने बताया, टीम में खर्च करने के साथ-साथ हॉकी से जुड़ी 20 अवसंरचना परियोजनाओं पर करीब 104 करोड़ रुपये खर्च किए.
सरकार ने कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल कोचिंग शिविर, प्रतियोगिताओं और अन्य खर्चों के लिए किया गया. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सभा में लिखित जवाब में कहा, सीनियर पुरुष हॉकी टीम पर 45.05 करोड़ रुपये और जूनियर पुरुष टीम पर 20.23 करोड़ रुपये खर्च किए गए जिसमें कोचिंग शिविर, विदेश में प्रतियोगिताओं, घरेलू प्रतियोगिताओं, कोच का वेतन, उपकरण आदि पर खर्चा शामिल है.
उन्होंने कहा, इसके अलावा हॉकी के बुनियादी ढांचे से जुड़ी 103.98 करोड़ रुपये की 20 परियोजनाओं को 2016-17 से खेलो इंडिया योजना के तहत स्वीकृत किया गया. सीनियर पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में एतिहासिक कांस्य पदक जीता था.