दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत ने स्पेन को 15वें एफआईएच हॉकी विश्व कप में राउरकेला के नवनिर्मित बिरसामुंडा स्टेडियम में शुक्रवार को पूल-डी में 2-0 से हरा कर अपने अभियान की शानदार ढंग से शुरुआत की. यदि कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल करने का मौका नहीं चूका होता तो, भारत 3-0 से यह मैच जीतता. बावजूद इसके इस जीत से भारत ने पूरे तीन अंक हासिल किये. भारत के लिए उपकप्तान अमित रोहिदास और हार्दिक सिंह ने एक-एक गोल किया. भारत की जीत में खुद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अनुकरणीय खेल दिखाया. उपकप्तान अमित रोहिदास ने भी गोल कर ‘घरेलू’ ओडिशा के दर्शकों को खुश कर दिया.
अपने चयन को लेकर सवालों के ‘घेरे’ में खड़े किये जाने वाले फुलबैक नीलम संजीप खेस ने हॉकी की कलाकारी दिखाकर भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर दिलाया. इस पर कप्तान और दुनिया के सबसे खतरनाक ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के ड्रैग फ्लिक को स्पेन के दोनों ‘रशर’ ने रोकने की कोशिश की, लेकिन लौटती गेंद को वहीं खड़े ‘रशर’ सुंदरगढ़ के सोउनामरा के अमित रोहिदास ने गोल में डाल कर भारत का खाता क्या खोला कि बिरसामुंडा स्टेडियम जोरदार करतल ध्वनि से गूंज उठा. संजोग से यह भारत का विश्व कप के इतिहास में 200 वां गोल था.
हार्दिक द्वारा इससे पहले दिलाये पहले पेनल्टी कॉर्नर पर जर्मनप्रीत सिंह ने ड्रैग फ्लिक पर गेंद बाहर मार दी थी. हार्दिक सिंह के शॉट को गोलरेखा पर पाउ कुनिल ने गेंद को रोकने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनकी स्टिक से लगकर गोल में चली गयी और भारत ने हाफ टाइम तक 2-0 की मजबूत बढ़त लेकर मैच बहुत हद तक अपनी गिरफ्त में ले लिया था. भारत ने 2-0 की मजबूत बढ़त लेने के बाद भी तेज रफ्तार से खेलना जारी रखना.
आकाशदीप ने हॉकी की कलाकारी दिखाकर भारत को तीसरे क्वॉर्टर में पेनल्टी स्ट्रोक दिलायी लेकिन बदकिस्मती से कप्तान हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक को स्पेन के गोलरक्षक एड्रियनरफी ने रोक लिया और भारत के हाथ अपनी बढ़त 3-0 करने के मौका निकल गया. भारत ने इसके बाद और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन और गोल नहीं कर पाया.