Holashtak 2022: फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है. होली से 8 दिन पहले से होलाष्टक लग जाता है. होलाष्टक के दौरान किसी भी मांगलिक कार्य पर रोक लग जाती है. होली से 8 दिन पहले कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता.
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ आज यानी 10 मार्च दिन गुरुवार को तड़के 02 बजकर 56 मिनट पर शुरु हो चुका है. यह तिथि 11 मार्च को प्रात: 05 बजकर 34 मिनट तक मान्य है. अष्टमी तिथि 10 मार्च को प्रात: शुरु हुई है, तो होलाष्टक का प्रारंभ भी 10 मार्च को प्रात: 05:34 बजे से माना जा रहा है.
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धार्मिक मान्यता है कि होलाष्टक के दौरान मुंडन, विवाह, नामकरण, अन्नप्राशन सहित 16 संस्कारों में से कोई भी इन 8 दिनों के बीच नहीं करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि ये कार्य कर ने से इनके परिणाम शुभ नहीं होते.
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यदि आप कोई नया वाहन खरीदना चाहते हैं तो होलाष्टक लगने से पहले उसकी बुकिंग करा लें, लेकिन होलाष्टक के दौरान ये न करें. इसके बाद वाहन को होली पर घर लेकर आएं, होलाष्टक के दौरान न लाएं.
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इस दौरान किसी नए व्यवसाय की शुरुआत भी न करें. ज्योतिषीय अनुसार होलाष्टक के दिनों में अधकितर ग्रह उग्र अवस्था में होते हैं, ऐसे में उनका सहयोग नहीं मिल पाता. इस कारण व्यवसाय में घाटा होता रहता है.
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होलाष्टक के दौरान किसी मकान या प्लॉट की रजिस्ट्री भी न कराएं.
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मकान बनवाने का काम अगर आप होलाष्टक से पहले से करते आ रहे हैं, तो इसे जारी रहने दें, लेकिन इसकी शुरुआत होलाष्टक से नहीं करनी चाहिए.
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कोई व्यवसाय भी इस बीच शुरू नहीं करना चाहिए. ज्योतिषीय कारणों पर नजर डालें तो होलाष्टक के आठ दिनों में ज्यादातर ग्रह उग्र अवस्था में होते हैं, ऐसे में उनका सहयोग नहीं मिल पाता. इस कारण व्यवसाय में घाटा हो सकता है.