Holi 2022: कोरोना महामारी के चलते साल 2021 में होली पर्व धूमधाम से तो मनाया गया, लेकिन तब लोगों के मन में कोरोना को लेकर डर था. लेकिन, मौजूदा समय में कोरोना का खतरा अधिक नहीं होने के कारण इस बार एक हफ्ता पहले से ही लोग होली मिलन समारोह का आयोजन कर रहे हैं. वहीं, हजारीबाग जिले के बड़कागांव क्षेत्र स्थित विभिन्न बाजारों में रंगों और पिचकारी की दुकानें सज गई है, लेकिन इस बार होली पर महंगाई की असर भी साफ देखने को मिल रहा है. पिछले साल के मुकाबले जहां पिचकारियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है, वहीं असली रंगों के दाम भी बढ़े हैं. इसकी वजह से लोग रंगों को खरीदने में झिझक रहे हैं.
10 से 500 रुपये तक के पिचकारी उपलब्ध
इस बार बाजारों में चाइनीज वस्तुओं से ज्यादा भारत में बनी पिचकारियां उतारी गई है. बड़कागांव- टंडवा रोड स्थित बस ठहराव के पास प्रह्लाद गुप्ता के गिफ्ट हाउस में होली की विभिन्न तरह के रंग-बिरंगे मुखोटे, रंग-अबीर, पटाखे समेत अन्य सामान बाजारों में देखे जा सकते हैं. बाजार में 10 रुपये लेकर 500 रुपये तक के पिचकारी है. बड़े आकार की पिचकारियों के रेट 250 से 500 रुपये तक के बीच है. वहीं, 5 रुपये से लेकर 80 रुपये तक के मुखौटे बाजार में उपलब्ध है.
Also Read: Holi 2022: होली को लेकर बोकारो-चास में बढ़ी चहल-पहल, रंग-बिरंगी पिचकारी और अबीर-गुलाल से सजे बाजार
महंगाई का दिख रहा असर
अस्थाई दुकानदारों का कहना है कि बड़कागांव में एक सप्ताह पहले से ही बाजारों में भीड़ लगती थी, लेकिन अब बाजारों में भीड़ नहीं के बराबर दिख रही है. हालांकि, 16 मार्च से बाजार में कुछ रौनक बढ़ी है, लेकिन पहले की तुलना में भी कम है. इसका साफ कारण सामानों के दामों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी माना जा रहा है. बड़कागांव के मुख्य चौक स्थित पिंटू गुप्ता ,संतोष पूजा भंडार, अमरदीप पूजा भंडार, भोला गुप्ता ,दैनिक बाजार ,विणु मालाकार, अरविंद मालाकार के दुकान में विभिन्न तरह के होली की सामग्रियां बिक्री की जा रही है.
रिपोर्ट : संजय सागर, बड़कागांव, हजारीबाग.