आगरा जेल में तैयार रंग और गुलाल से खेली जाएगी ब्रज की होली, सब्जी और अरारोट से तैयार कर रहे मथुरा के कैदी

आगरा जेल के कैदी अरारोट में सब्जियों को मिलाकर हर्बल गुलाल बना रहे हैं और खुशबू के लिए इसमें इत्र भी डाल रहे हैं. मथुरा के कैदियों द्वारा सब्जी और अरारोट से तैयार रंग और गुलाल से इस बार ब्रज की (Holi 2023 Date and Time) होली खेली जाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2023 6:36 PM
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आगरा. मथुरा और ब्रज की लठमार होली दुनियाभर में मशहूर है. ब्रज की लठमार होली को देखने दुनिया भर से लोग आते हैं. मथुरा में होली की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसमें मथुरा जेल की कैदी भी अपना योगदान दे रहे हैं. जेल के कैदी अरारोट में सब्जियों को मिलाकर हर्बल गुलाल बना रहे हैं और खुशबू के लिए इसमें इत्र डाल रहे हैं. जेल अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह के कई कार्य जेल में किए जाते हैं. जिससे कैदी जेल से निकलकर समाज में अच्छे कार्यों को कर अपना जीवन व्यतीत कर सकें.

40 दिन तक ब्रजमंडल में चलेगा होली उत्सव

ब्रज क्षेत्र में होली की शुरुआत बसंत पंचमी से हो गई. जिसके बाद यह उत्सव करीब 40 दिन तक ब्रजमंडल में चलेगा. जिसकी शुरुआत 27 फरवरी को बरसाने की लड्डू होली से होगी. मथुरा की जेल में रहने वाले कैदी भी ब्रज की होली में अपना योगदान दे रहे हैं. मथुरा जेल में करीब 17 सौ कैदी निरुद्ध हैं. जिनमें से कई कैदी हर्बल गुलाल बनाने में जुटे हुए हैं. यह लोग सब्जियों में अरारोट मिलाकर हर्बल रंग तैयार कर रहे हैं और खुशबू के लिए उसमें इत्र डाल रहे हैं.

सब्जी से तैयार हो रहा हर्बल रंग

सब्जी से हर्बल रंग तैयार करने के लिए अरारोट में पालक को पीसकर उसमें से हरा रंग निकाला जाता है और इसी के साथ मेथी, चुकंदर और हल्दी को पीसकर उसका भी रंग बनाया जा रहा है. उन सभी पाउडर में खुशबू बनी रहे इसके लिए इत्र मिलाया जा रहा है. जेल अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि जेल में कैदियों के छह ग्रुप हर्बल रंग तैयार कर रहे हैं. यह गुलाल जब तैयार हो जाएगा तो करीब 200 रुपये किलो की दर से बिक्री होगा.

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Holika Dahan 2023 Date And Time होलिका दहन 2023 तिथि

इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च की शाम 04 बजकर 17 मिनट से 07 मार्च की शाम 06 बजकर 10 मिनट तक रहेगी. वहीं, पूर्णिमा तिथि का सूर्योदय 7 मार्च को होगा. इसलिए इसी दिन यानी 7 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा. इसके अगले दिन 8 मार्च को धुरेड़ी पर्व यानी होली मनाया जाएगा. होलिका दहन पर खासतौर से भद्रा की स्थिति पर विचार जरूर किया जाता है. लेकिन, इस बार होलिका दहन के समय भद्रा नहीं है.

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