पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हो रही लगातार हिंसा को देखते हुए राज्य के 22 जिलों के स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. आगामी पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया है. 22 जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सचिव की बैठक में यह फैसला लिया गया. गौरतलब है कि आठ जुलाई को राज्य के 22 जिलों में पंचायत चुनाव होना है. ऐसे में सात व आठ जुलाई को इन जिलों के सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों, नर्स एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
सात व आठ जुलाई को स्वास्थ्यकर्मी छुट्टी नहीं ले सकेंगे. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंचायत चुनाव के दौरान हंगामा होने की आशंका है. इन घटनाओं में लोग घायल भी हो सकते हैं. ऐसे में से घायलों की बेहतर चिकित्सा के लिए ने यह निर्णय लिया गया है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला और ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने का आदेश दिया है. राज्य के स्वास्थ्य निदेशक प्रो. डॉ सिद्धार्थ नियोगी ने सभी सरकारी अस्पतालों को अगले शनिवार को पंचायत मतदान के दिन सतर्क रहने का आदेश दिया है. वहीं चुनाव से पहले शुक्रवार और बाद वाले दिन यानी रविवार को भी सचेत रहने का निर्देश दिया गया है.
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मतदान के दिन सरकारी अस्पतालों की सामान्य सेवा पर भी नजर रखने को कहा गया है. ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. अस्पताल अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि विशेष और जरूरी कारणों को छोड़कर इस अवधि के दौरान किसी को भी अतिरिक्त छुट्टी नहीं दी जाये. सूत्रों के मुताबिक, स्वास्थ्य निदेशक ने सेवा सामान्य रखने के लिए जरूरत पड़ने पर छुट्टियां रद्द करने का भी आदेश दिया है. मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को इस सप्ताह के अंत में तीन दिनों तक अतिरिक्त अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है.