गिरिडीह जिला परिषद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के लिए हॉर्स ट्रेडिंग, सदस्यों को मिल रहा ऑफर, जानें कब है चुनाव
गिरिडीह में जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए अपने पक्ष में करने के लिए जिप सदस्यों को ऑफर मिलने लगा है. कई सदस्यों को राज्य के बाहर घूमने का ऑफर दिया जा रहा है. वहीं, एक वोट की कीमत 10 लाख के पार चली गयी है.
Jharkhand News: पंचायत चुनाव (Jharkhand Panchayat Chunav) संपन्न होने के बाद अब जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष (Zilla Parishad President and Vice President) समेत प्रमुख और उप प्रमुख के पद पर कब्जा करने को लेकर चुनावी सरग्मी एक बार फिर से तेज हो गयी है. एक ओर जहां जिले के विभिन्न प्रखंडों में प्रमुख और उप प्रमुख की सीट हथियाने के लिए वोटरों का ग्रुप बनाकर संबंधित उम्मीदवार उन्हें जिले से बाहर किसी होटल या रिसोर्ट में ले जाकर तरह-तरह का प्रलोभर दे रहे हैं, वहीं जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष की सीट पर कब्जा जमाने को लेकर हॉर्स ट्रेडिंग (Horse trading) का खेल चल रहा है. जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए एक वोट की कीमत 10 लाख के पार चली गयी है.
20 जून को होना है चुनाव
बता दें कि जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चुनाव 20 जून को होना है. जिला परिषद अध्यक्ष का पद महिला के लिए सुरक्षित है, जबकि उपाध्यक्ष का पद खुली श्रेणी (अनारक्षित) रखा गया है. कुल 46 जिला परिषद सदस्य चुनाव जीतकर आये हैं, जिन्हें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए वोट करना है. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के उम्मीदवार 23 वोट का समर्थन हासिल करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
एक वोट के लिए 10 लाख की बढ़ी डिमांड
BJP और JMM के साथ-साथ CPIML (माले) भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए जोर लगाए हुए हैं. स्थिति ऐसी बनी हुई है कि उम्मीदवारों को दलीय आधार पर पूरे वोट मिलने की किसी संभावना पर विश्वास नहीं हो पा रहा है. फलस्वरूप कुछ उम्मीदवारों को खरीद-फरोख्त पर ज्यादा भराेसा है. यही कारण है कि एक-एक वोट हासिल करने के लिए सात से 10 लाख रुपये तक के ऑफर दिये जा रहे हैं. कुछ वोटर्स ने 10 लाख रुपये से भी अधिक की मांग रख दी है.
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वोटर्स को टटोल रहे हैं कई उम्मीदवार
कई ऐसे उम्मीदवारों ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर दावा किया है, जो किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं. ऐसे उम्मीदवार पहले तो दलीय प्रतिबद्धता का हवाला दे रहे हैं, लेकिन साथ में यह भी टटोलने की कोशिश हो रही है कि वे दलीय प्रतिबद्धता को स्वीकार करने की स्थिति में हैं या नहीं. जिन वोटर्स पर भरोसा नहीं है उन्हें खरीदने के लिए उनकी कीमत जानने की कोशिश हो रही है. इसके अलावा वैसे वोटर जो किसी दल से जुड़े हुए नहीं हैं उन्हें खुला ऑफर दिया जा रहा है.
स्कॉर्पियो की भी हो रही डिमांड
जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीतकर आये लोगों में से कई लोगों के पास वाहन नहीं है. ऐसे में कई लोग उनलोगों के पास अपनी शर्त में स्कॉर्पियो की डिमांड रख दी है. उम्मीवारों या उनके समर्थकों ने वोट के लिए सदस्यों से संपर्क किया है. बताया जाता है कि ऐसे वोटरों पर पकड़ बनाए रखने के लिए संबंधित उम्मीदवारों ने अपना पत्ता अभी तक नहीं खोला है.
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रिपोर्ट : राकेश सिन्हा, गिरिडीह.