यूपी में थूक लगाकर तंदूरी सेंक रहा था होटल का कुक, पुलिस ने किया गिरफ्तार, Video Viral
Ghaziabad Latest News: पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उन्हें एक 59 सेकेंड का वीडियो मिला था. वह काफी तेजी से जनपद में वायरल हो रहा था.
गाजियाबाद जनपद के ढाबे का नाम इस वक्त विवाद के घेरे में आ गया है. ढाबे पर तंदूरी रोटी सेंकी जा रही है. मगर उसे सेंकने वाला पहले लोई पर थूक रहा है. फिर उसे भट्टी पर चस्पा दे रहा है. किसी ने इसका वीडियो बना लिया. अब वह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उन्हें एक 59 सेकेंड का वीडियो मिला था. वह काफी तेजी से जनपद में वायरल हो रहा था. वीडियो में दिख रहे ढाबे की शिनाख्त करके वे वहां जांच करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हो गया. फिलहाल, मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि वायरल वीडियो में तमीजुद्दीन रोटी को तंदूर में लगाने से पहले उस पर थूकते हुए दिख रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद के एक होटल में थूक लगाकर तंदूर में रोटी सेकने का एक वीडियो वायरल हुआ है. यह वीडियो नगर कोतवाली क्षेत्र का है. हिंदू रक्षा दल की शिकायत पर नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
#Ghaziabad आरोपित तमीजउद्दीन,थूककर बना रहा था रोटी।
आखिर कब सुधरेंगे ये लोग? कब नीच हरकतों से ऊपर उठेंगे?
रिपोर्ट -तमीजउद्दीन, ढाबे में रोटी पर थूक कर तंदूर में डाल रहा था।वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार।क्या होना चाहिए ऐसे लोगों के साथ?
Vd Source @ankitnbt pic.twitter.com/uRNyYA4VKE— माधुरी सेंगर (@Rmadhurisengar) October 16, 2021
पुलिस ने बताया कि तमीजुद्दीन बिहार के किशनगंज का रखने वाला है. वह यहां पंचवटी के अहिंसा वाटिका स्थित चिकन पॉइंट पर तंदूरी रोटी बनाता था. पुलिस के मुताबिक, तमीजुद्दीन के साथ ही ढाबा संचालक शादाब और साहिल के खिलाफ हिंदू रक्षा दल के प्रदेश संयोजक गौरव सिसौदिया ने तहरीर दी है. बताया जा रहा है कि वीडियो दो दिन पुराना है.
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे ही रोटी पर थूक लगाने के कई मामले दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और गुरुग्राम में देखे जा चुके हैं. इनमें भी वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
Also Read: UP Election 2022: चुनावी साल में अखिलेश यादव के इस फैसले से BSP की बढ़ सकती है टेंशन, जानें