लोहरदगा में सो रहे परिवार पर गिरा मकान, पांच दबे, दो की हालत गंभीर
शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और चारों को बाहर निकालते हुए इलाज के लिए कुड़ू सीएचसी पहुंचाया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर रूप से घायल बंधईन मुंडाइन और उमेश मुंडा को रांची रिम्स रेफर किया गया.
कुड़ू, (लोहरदगा) अमित कुमार राज : लोहरदगा प्रखंड क्षेत्र के जीमा पंचायत के टिको बंडा टोली गांव में रविवार अहले सुबह बड़ी घटना हो गई. जब गहरी नींद में सो रहे एक परिवार के उपर लगभग दो बजे मकान में सो रहे पांच लोगों पर खपरैल मकान का छप्पर और दीवार गिर गया. इससे सभी लोग छप्पर और दीवार में दब गए. दीवार के नीचे दबे एक युवक के द्वारा शोर मचाने के बाद आसपास के ग्रामीण पहुंचे और सभी को बाहर निकालते हुए इलाज के लिए कुड़ू सीएचसी पहुंचाया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद दो को रांची रिम्स और तीन को लोहरदगा सदर अस्पताल रेफर किया गया. दो की हालत नाजुक बनी हुई है. घटना की सुचना के बाद बीडीओ मनोरंजन कुमार और जीमा पंचायत की मुखिया द्रोपति देवी, रामनाथ महली मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य में जुट गए हैं.
कैसे हुआ हादसा
बताया जाता है कि टिको बंडा टोली निवासी परिवार का मुखिया बोधना मुंडा, पत्नी बंधईन मुंडा, पुत्र छोटू मुंडा, पुत्री छोटी कुमारी और उमेश मुंडा कच्चे खपरैल मकान में सो रहे थे. इसी बीच रविवार अहले सुबह लगभग दो बजे खपरैल मकान की छप्पर और दोनों तरफ की दीवार सो रहे परिवार के ऊपर गिर गया. इस घटना में सभी लोग मकान में दब गए. किसी तरह छोटू मुंडा बाहर निकला और शोर मचाने लगा. शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और चारों को बाहर निकालते हुए इलाज के लिए कुड़ू सीएचसी पहुंचाया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर रूप से घायल बंधईन मुंडाइन और उमेश मुंडा को रांची रिम्स रेफर किया गया. जबकि तीन लोग बोधना मुंडा, छोटी कुमारी और छोटू मुंडा को लोहरदगा सदर अस्पताल रेफर किया गया है.
पूरा परिवार हो गया बेघर
घटना में पुरे परिवार के घायल होने के बाद परिवार को समक्ष इलाज में आर्थिक कमी हो रही है. इतना ही नहीं रांची रिम्स में भर्ती दो लोगों का इलाज ठीक से नहीं हो पा रहा है. घटना के बाद पूरा परिवार बेघर हो गया है. मौके पर पहुंचे बीडीओ मनोरंजन कुमार ने परिवार को तत्तकालीन सहायता के रूप में अनाज और आसियाना के लिए सरकारी भवन की खोज शुरू कर दिया है. बीडीओ मनोरंजन कुमार ने बताया कि घटना की सूचना के बाद परिवार को तत्काल राहत दिलाने के काम किया जा रहा है. घायलों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है. सरकारी भवन में सभी को आशियाना दिलाया जाएगा और मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
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