क्या आप भी ग्रेटर नोएडा में घर बनवाना चाह रहे हैं? यदि हां, तो जान लीजिए ये बातें
आवासीय संपत्तियों की दरों में 17 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है. इसके साथ ही, आईटी, औद्योगिक और संस्थागत श्रेणी के दरों में भी इजाफा किया गया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्लैब में भी बदलाव किया है. अब वह 25 एकड़ से अधिक के भूखंड का आवंटन किसी को नहीं करेगा.
Greater Noida News: अगर आप ग्रेटर नोएडा में घर बनवाना या उद्योग लगाना चाह रहे हैं तो यह खबर आपके लिये हैं. ग्रेटर नोएडा में अब घर बनाना या उद्योग लगाना महंगा हो गया है. मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जमीन के आंवटन दरों में बढ़ोतरी कर दी है.
आवासीय संपत्तियों की दरों में 17 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है. इसके साथ ही, आईटी, औद्योगिक और संस्थागत श्रेणी के दरों में भी इजाफा किया गया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्लैब में भी बदलाव किया है. अब वह 25 एकड़ से अधिक के भूखंड का आवंटन किसी को नहीं करेगा.
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बता दें, प्राधिकरण ने आवसीय सेक्टर को चार श्रेणियों में बांटा है. ए श्रेणी के सेक्टर में आवंदन दर बढ़ाकर 39 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है. पहले यह 33 हजार 330 रुपये प्रति वर्ग मीटर है.
बी श्रेणी के सेक्टर में आवंदन दर बढ़ाकर 36 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है. पहले यह 31 हजार 250 रुपये प्रति वर्ग मीटर था. ए श्रेणी के सेक्टर में आवंदन दर बढ़ाकर 34 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है. पहले यह 27 हजार 088 रुपये प्रति वर्ग मीटर था.
डी श्रेणी के सेक्टर में आवंदन दर बढ़ाकर 29 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है. पहले यह 24 हजार 060 रुपये प्रति वर्ग मीटर है. बढ़ी हुई दरें नए वित्तीय वर्ष से प्रभावी हुई हैं.
बता दें, औद्योगिक भूखंडों के आकार के हिसाब से छह स्लैब को अब चार श्रेणी में कर दिया गया है. नये सेक्टर के लिए डी श्रेणी बनायी गई है. जबकि पुराने सेक्टर के लिए ए, बी और सी श्रेणी हैं. डी श्रेणी के दरों में भी इजाफा किया गया है. वहीं, संस्थागत और आईटी भूखंडों के हिसाब से छह श्रेणी थे, जिन्हें अब तीन श्रेणी बना दी गई है. इनके आंवटन दरों में भी बढ़ोतरी की गई है.