Varanasi News: गंगोत्री विहार कॉलोनी में जमीन में धंस रहे मकान, जानें वजह
वाराणसी के गंगोत्री विहार कॉलोनी में सीवर की पाइपलाइन केज की वजह से मकान जमीन में धंसे जा रहे हैं. लगभग 10 परिवार खतरे की आशंका से घर छोड़ चुके हैं. कॉलोनी के घरों के आसपास 20 फीट तक होल हो चुके हैं.
Varanasi News: वाराणसी के अस्सी घाट के पास गंगोत्री विहार कॉलोनी में ध्वस्त हो रहे मकानों की स्थिति देखकर ऐसा लग रहा जैसे भूकम्प ने इन मकानों को गिरा दिया हो, मगर असलियत ये है कि सीवर की पाइपलाइन लीकेज ने इन मकानों का ये हाल किया है. इसकी वजह से कॉलोनी की सड़कें और घर टूट रहे हैं. जलकल विभाग के इंजीनियर ने निरीक्षण करने के बाद ही जल्द ही इसकी रिपोर्ट देकर समाधान की बात कही है.
खंडहर बन रहे गंगोत्री विहार कॉलोनी के जमीन में धंसते मकानों को देखने के बाद जलकल विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर देने की बात कही है. कॉलोनी के लोगों का कहना है कि अधिकारियों ने आरसीसी की ढलाई के लिए कहा है लेकिन पाइप लाइन को सिर्फ मिट्टी से ढककर छोड़ दिया गया है. 2008 के बाद जब पाइपलाइन डाली जा रही थी तो हमें पहले आरसीसी की ढलाई होने के बारे में बताया गया कि उसके ऊपर पाइप लाइन डाली जाएगी. वहीं दोनों साइड में पाइलिंग करके पिलर बनाया जाएगा. इसके बाद दोनों साइड को दीवार से पैक किया जाएगा. इसके ऊपर एक और ढलाई होगी जिससे कॉलोनी की सड़कें और घर सुरक्षित रहेंगे. मगर विभाग के लोगों ने पाइप डालकर मिट्टी से ढक दिए. मानक पूरे नहीं किए. इसकी वजह से यह पूरा इलाका जमीन में धंसा जा रहा है.
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लगभग 10 परिवार खतरे की आशंका से घर छोड़ चुके हैं. कॉलोनी के घरों के आसपास 20 फीट तक होल हो चुके हैं. यह लोहे की पाइपलाइन है जोकि नियम के विरूद्ध डाली गई है. 7 फीट चौड़ी और 60 मीटर लंबी यह पाइप 30 फीट गहराई में डाली गई है.
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महेशनगर से रमना तक का इलाका बाढ़ प्रभावित भी है. इस पूरे एरिया में पाइप लाइन को सिर्फ मिट्टी से ढक दिया गया है. मिट्टी में कहीं पर दरार नजर नहीं आती है, लेकिन जितनी दूर खोदाई की गई थी, वहीं पर समस्या आई है. फिलहाल नगर निगम के संज्ञान में यह पूरा मामला है. जलकल विभाग के अधिकारियों समेत इंजीनियरों की टीम तक इस पर सर्वेक्षण कर के गयी है. जल्द ही इसका समाधान करने की बात कही जा रही हैं.
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)