अलीगढ़ में 38 साल पहले गरीबों के लिए बने थे 94 मकान, अब ADA चलाएगा बुलडोजर, जानें पूरा मामला
एडीए की शांति निकेतन आवास योजना के 38 साल पहले भवन निर्माण हुए थे. इसमें गरीब लोगों के लिए भी मकान बनाए गए थे. जो कि अब जर्जर अवस्था में आ चुके हैं. जो कभी भी गिर सकते हैं.
अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में देहली गेट इलाके के जमालपु शांति निकेतन कॉलोनी में जर्जर अवस्था में 94 मकानों को प्राधिकरण ध्वस्त करेगा. एडीए की शांति निकेतन आवास योजना के 38 साल पहले भवन निर्माण हुए थे. इसमें गरीब लोगों के लिए भी मकान बनाए गए थे. जो कि अब जर्जर अवस्था में आ चुके हैं. जो कभी भी गिर सकते हैं. इस को ध्यान में रखते हुए एडीए यहां बने मकानों को ध्वस्त करेगा. एडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि 1985 में जब यह योजना बनाई गई थी. तब लागत 16 लाख रुपये आई थी. ध्वस्तीकरण के बाद मलवा और जमीन नीलाम किया जाएगा, जो रकम आएगी उससे फाइनेंसियल कमी को पूरा करेंगे. ADA ने नगर निगम को भी पत्र लिखा है और शांति निकेतन कॉलोनी को रेड कंट्रोल एक्ट के तहत गिराने की कार्रवाई करने के लिए कहा है.
इलाके में रहने वाली ने बताई अपनी समस्या
एडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि कुछ लोग वहां अनधिकृत रूप से भी रह रहे हैं और वहां नियमों का पालन करा कर कार्यवाही की जाएगी.स्थानीय इलाके की रहने वाली कमर जहां ने बताया कि यहां योजना के तहत 94 मकान बने हैं. जहां लोगों ने झोपड़ी भी डाल रखी है. कमर जहां ने बताया कि कुछ मकान गिराऊ हालत है. वहीं लोगों ने अपने मकान खुद सही कर रखे हैं. यहां रहने वाला आदमी गरीब है. कमर जहां ने कहा कि यहां बने मकान गिराने को लेकर कोई कार्रवाई होती है तो इस मामले में जिला प्रशासन से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि हम लोग गरीब आदमी है. अगर यहां मकान ढहा दिया जाएगा तो यहां रहने वाला आदमी कहां जाएगा. पहले हमारे रहने के लिए ठिकाना दें. हम लोग के घर में मासूम बच्चे भी हैं.
रिपोर्ट- आलोक सिंह, अलीगढ़