हूल का शंखनाद महाधरना में बोले बाबूलाल मरांडी, सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लोगों में है आक्रोश

Jharkhand News: बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में यह हूल का शंखनाद है. दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ा है. इससे साहिबगंज समेत पूरे प्रदेश की जनता आक्रोशित है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2022 2:18 PM

Jharkhand News: झारखंड के पहले मुख्यमंत्री व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज में हूल का शंखनाद महाधरना को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. इसके विरोध में यह हूल का शंखनाद है. राज्य में दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ा है. इससे साहिबगंज समेत पूरे प्रदेश की जनता आक्रोशित है.

महाधरना का आयोजन

झारखंड के साहिबगंज जिले में बीजेपी की ओर से हूल का शंखनाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. हूल का शंखनाद महाधरना में झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश सहित अन्य नेता महाधरना स्थल पर पहुंचे. झारखंड में दलित उत्पीड़न, खनिज सम्पदा की लूट, गिरती कानून व्यवस्था, व्याप्त अराजकता, भ्रष्टाचार, अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ भाजपा द्वारा साहिबगंज रेलवे स्टेशन परिसर में महाधरना का आयोजन किया गया.

Also Read: झारखंड के मॉडल स्कूलों में हैप्पी करिकुलम लागू, जानें क्या है इसके पीछे का मकसद
शुभारंभ से पहले माल्यार्पण

झारखंड के पहले सीएम सह बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश सहित अन्य नेताओं ने बाबा साहब डॉ भीमराम अम्बेडकर व रवीन्द्रनाथ टैगोर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद महाधरना कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

Also Read: Jharkhand News: राशन डीलर की मनमानी से नाराज लाभुकों ने ब्लॉक ऑफिस घेरा, कार्रवाई की मांग पर मिला आश्वासन
जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आक्रोश

बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में यह हूल का शंखनाद है. दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ा है. इससे साहिबगंज समेत पूरे प्रदेश की जनता आक्रोशित है.


Also Read: Sarkari Naukri: झारखंड में हिंदी, मगही व भोजपुरी भाषा को लेकर धरना, राज्यपाल के नाम सौंपा ये मांग पत्र

रिपोर्ट: नवीन कुमार

Next Article

Exit mobile version