अलीगढ़ . मानवाधिकार आयोग की टीम शुक्रवार को जहरीली शराब कांड मामले की जांच के लिए अलीगढ़ के कलेक्ट्रेट पहुंची. आयोग के सदस्य मनिंदर सिंह गिल ने कलेक्ट्रेट के बंद कमरे में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह से बातचीत की. आयोग के पदाधिकारी 4 दिनों से अलीगढ़ में डेरा डाले हुए हैं. मानवाधिकार आयोग के सदस्य मनिंदर सिंह गिल ने बताया कि अभी जांच चल रही है .कुछ भी कहना प्रीमेच्योर होगा . जैसी भी चीजें संज्ञान में आएंगी, उसके हिसाब से उनको जोड़ा जाएगा. कुछ केस कोर्ट में है, कुछ मजिस्ट्रेट के पास है. जांच चल रही है. अभी कुछ कहना ठीक नहीं है.
मानवाधिकार आयोग ने सर्किट हाउस पर कैंप कर पीड़ित परिवार और आरोपी परिवारों के करीब 50 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए . तत्कालीन जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह, आबकारी विभाग के अधिकारी व अन्य अधिकारियों के बयान भी शामिल किए जाएंगे. इन सभी को बयान दर्ज कराने के लिए आयोग ने बुलाया है. जहरीली शराब कांड में आरोपी अनिल और सुधीर चौधरी के समर्थन में आए लोगों ने झूठे मुकदमे दर्ज किए जाने की लिखित शिकायत की है .
आरोपी पक्ष के लोगों का कहना है कि अनिल की दुकान से शराब पीकर कोई नहीं मरा है. अनिल की पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं . वह जिला पंचायत अध्यक्ष की चुनाव की तैयारी में थी. इसी साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया. पीड़ित पक्ष ने अपने बयान दर्ज कराए हैं.अनिल और सुधीर चौधरी के परिजनों ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है. अलीगढ़ में 2021 मई के महीने में जहरीली शराब कांड से करीब 125 लोगों की मौत हुई थी जिसमें 88 गिरफ्तारी हुई थी.