धनबाद स्टेशन से सैकत चटर्जी. धनबाद स्टेशन (Dhanbad Station) पर सोमवार को अजीब-ओ-गरीब नजारा था. एक व्यक्ति स्टेशन पर टीटीई से भिड़ गया. टिकट मांगने पर उसकी हैसियत पूछने लगा. बाद में पता चला कि यह लेबर सप्लाई का काम करता है. ठेकेदार है. उसके पास सिकंदराबाद का टिकट था. लेकिन, उसके साथ जो लड़के थे, उनसे टीटीई ने पूछा कि कहां जा रहे हो, तो उन्होंने बताया कि वे टाटा (जमशेदपुर) जा रहे हैं.
धनबाद स्टेशन पर जब लेबर सप्लाई करने वाले ठेकेदार से टीटीई ने टिकट मांगा, तो वह उनसे उलझ गया. धनबाद स्टेशन के 7 नंबर प्लेटफार्म पर दिन में करीब 3 बजे टीटीई अनुज कुमार और चंद्रेश कुमार ड्यूटी पर तैनात थे. उन्होंने एक साथ कुछ लड़कों को देखा. उनसे टिकट दिखाने के लिए कहा. लड़कों ने ठेकेदार की ओर इशारा किया. कहा कि उनके पास टिकट है.
ठेकेदार ने धनबाद से सिकंदराबाद जाने के 8 टिकट दिखाये. उसके साथ लड़के थे 13. बाकी लड़कों का टिकट मांगने पर ठेकेदार ने पहले कहा कि बाकी टिकट घर पर है. उसका भाई लेकर आ रहा है. टीटीई ने जब सख्ती बरती, तो वह उनकी हैसियत पूछने लगा. इससे टीटीई हैरान हो गये.
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इस पूरे प्रकरण में टीटीई की एकजुटता दिखी, जबकि रेल पुलिस की निष्क्रियता भी सामने आयी. ठेकेदार से टीटीई चंद्रेश कुमार और अनुज कुमार की बहस हो रही थी. शोर सुनकर कई टीटीई वहां जमा हो गये. दो पुलिसकर्मी भी टहलते हुए वहां पहुंचे. लेकिन, वे खामोशी से सब कुछ देखते रहे. हालांकि, यात्रियों ने टीटीई का समर्थन किया.
बहस के बीच ठेकेदार के बचाव में एक युवक आ गया. उसने खुद को ठेकादार का भाई बताया. मामला बिगड़ता देख उसने एक टीटीई को किनारे ले जाकर मामला मैनेज करने के लिए कहा. यह सुनकर टीटीई उसे भी थाना ले जाने पर अड़ गये. उन्होंने ठेकेदार के साथ जा रहे 13 लड़कों से कहा वे डरें नहीं. उन्हें कुछ नहीं होगा. उन्हें सिर्फ सच बताना है.
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टीटीई के साथ बहस के दौरान ठेकेदार बार-बार अपने भाई से कह रहा था कि बीडीओ साहब को फोन लगाओ. सबको औकात बता देंगे. टीटीई भी अड़े रहे. जिनको बुलाना है, बुला लो. उसके बाद ही तुम्हें थाने ले जायेंगे. उसने भागने का भी प्रयास किया, लेकिन टीटीई की सक्रियता से वह भाग नहीं पाया. करीब 40 मिनट बाद पुलिस को बुलाकर ठेकेदार, उसके साथी और उन सभी 13 लड़कों को थाना ले जाया गया.
बाहर ले जाये जाने वाले सभी 13 लड़के तोपचांची के रहने वाले हैं. इनमें से अधितर लड़के नाबालिग हैं. जब टीटीई ने इनसे पूछताछ की, तो लड़कों ने बताया की इन्हें ठेकेदार काम कराने के लिए बाहर ले जा रहा है. इनके पास कोई टिकट नहीं है.
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टीटीई ने जब लड़कों से पूछताछ की, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये. लड़कों ने बताया कि उनसे कहा गया था कि उन्हें टाटा ले जायेंगे. दूसरी तरफ, ठेकेदार के पास टिकट सिकंदराबाद का था. ठेकेदार से जब क्रॉस चेक किया गया, तो उसने बताया कि पहले टाटा ही ले जाना था, लेकिन अचानक सिकंदराबाद में वैकेंसी निकल जाने की वजह से इन्हें वहीं भेजा जा रहा है.