Jharkhand News: शिकारी गाड़ी से हंटर नवाब ने शुरू किया ऑपरेशन, रमकंडा के जंगल में दिखा तेंदुआ, देखें PICS
टीम को शिकारी गाड़ी से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही तेंदुआ दिखा. गाड़ी की लाइट से घबराकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया. तेंदुआ के देखे जाने के बाद उसे कैद किये जाने की संभावना बढ़ गयी है.
Jharkhand News: आदमखोर तेंदुआ की तलाश के लिए गुरुवार की रात से झारखंड के गढ़वा जिला (Garhwa District) में स्थित रमकंडा (Ramkanda) और भंडरिया (Bhandaria) के जंगलों में शूटर नवाब शफत अली खान (Hunter Nawab Shafath Ali Khan) ने टीम के साथ शिकारी गाड़ी लेकर अभियान की शुरुआत की. इस दौरान अभियान पर निकली टीम को रमकंडा के जरही मोड़ के समीप स्पेशल सर्च लाइट में तेंदुआ दिखा.
शिकारी गाड़ी से 100 मीटर दूर दिखा तेंदुआटीम को शिकारी गाड़ी से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही तेंदुआ दिखा. गाड़ी की लाइट से घबराकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया. तेंदुआ के देखे जाने के बाद उसे कैद किये जाने की संभावना बढ़ गयी है. यद्यपि उसके जंगलों में चले जाने के बाद टीम उसे कैद करने की रणनीति बनाने के लिए रात को गढ़वा जिला के भंडरिया के वन विश्रामागार लौट गयी.
इस दौरान जरही, बैरिया, सिरकी, सालेटोंगरी और पिपरा गांव के सड़कों पर दिखने वाले लोगों को टीम ने सतर्क करते हुए उन्हें घर में रहने की सलाह दी. इसके पूर्व गढ़वा से भंडरिया पहुंचे शूटर नवाब शफत अली की टीम का तेंदुआ खोज अभियान देर शाम रमकंडा के कुशवार गांव से शुरू हुआ.
5 दिसंबर की रात इन गांवों में चला हंटर नवाब का अभियानटीम ने पहली रात कुशवार, चुड़हरिणटांड़, जरही, सिरकी, बैरिया, बरवा, छेतकी, सालेटोंगरी गांव से सटे जंगली क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया. पहली रात के इस अभियान में टीम के एक अन्य शार्प शूटर पेरवार संताज मराठी, गढ़वा दक्षिणी वन क्षेत्र के वन प्रमंडल पदाधिकारी शशि कुमार, वन क्षेत्र पदाधिकारी कन्हैया राम व वनकर्मी तुषार कुमार भी शामिल रहे.
पिंजड़े में सुअर रख तेंदुआ फंसाने की तैयारीआदमखोर तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज (बेहोश) करने के लिए हैदराबाद से गुरुवार को भंडरिया पहुंचे चर्चित हंटर नवाब शफत अली खान की सलाह पर तेंदुआ को फंसाने के लिए सुअर का प्रयोग किया जायेगा. इसके लिए 28 दिसंबर 2022 की शाम को रमकंडा के कुशवार गांव में 12 वर्षीय हरेंद्र घासी नामक बच्चे को जिस जगह तेंदुआ ने मारा था, उससे थोड़ी ही दूरी पर पिंजड़ा लगाकर उसमें सुअर बांध दिया गया.
तेंदुआ का पसंदीदा भोजन है सुअर का मांसहंटर नवाब का कहना है कि तेंदुआ का पसंदीदा भोजन सुअर का मांस है. इसलिए तेंदुआ के पिंजड़े में फंसने की उम्मीद बहुत ज्यादा है. इस दौरान नवाब शफत अली खान ने अपनी टीम के साथ कुशवार गांव पहुंचकर उस जगह का मुआयना किया, जहां बच्चे पर तेंदुआ ने हमला किया था. ग्रामीणों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी ली. इस दौरान हरेंद्र घासी की मां मीणा कुंवर से भी बातचीत की.
ग्रामीणों को हंटर नवाब की सलाह – अभी न फोड़ें पटाखेवस्तुस्थिति को समझने का प्रयास किया. इस दौरान ग्रामीणों को तेंदुआ की आवाज व उसकी हरकतों के बारे में भी ग्रामीणों से जानकारी ली. वहीं तेंदुआ से बचाव के विषय में उन्हें जागरूक किया तथा फिलहाल ग्रामीणों को पटाखा न फोड़ने की सलाह दी.
वनकर्मियों से ली क्षेत्र की भौगोलिक जानकारीभंडरिया पहुंचे शूटर नवाब शफत अली खान ने यहां के वन क्षेत्र पदधिकाकारी कन्हैया राम व अन्य वनकर्मियों से क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की जानकारी ली. वहीं, तेंदुआ की तलाश में अब तक वन विभाग की ओर से की गयी कार्रवाई की भी जानकारी ली. रमकंडा व भंडरिया के 12 गांवों के जंगलों में 50 ग्रिड में लगे ट्रैपिंग कैमरों से मिली तस्वीरों के बारे में भी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि उसके संभावित क्षेत्रों में पिंजड़ा लगाकर उसे फंसाने की तैयारी की जरूरत है.
जंगलों में बनाना होगा प्राकृतिक मचाननवाब ने कहा कि जंगलों में प्राकृतिक मचान की व्यवस्था करनी होगी, ताकि तेंदुआ को देखने के बाद उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए मचान की मदद ली जा सके. उन्होंने ‘प्रभात खबर’ से बातचीत के दौरान कहा कि रात और दिन की पेट्रोलिंग के लिए टीमें बनायी जा रहीं हैं. वन विभाग के पास उपलब्ध ट्रैपिंग कैमरा, केज, जाल व अन्य संसाधनों का सटीक उपयोग करने के लिए मैपिंग की जा रही है. 24 घंटे पैट्रोलिंग की तैयारी है, ताकि तेंदुआ को कैद कर उसकी दहशत को खत्म किया जा सके.
24 घंटे अभियान के लिए तैयार रहें वनकर्मी : डीएफओगढ़वा से भंडरिया पहुंचे शूटर के साथ 24 घंटे अभियान के लिए वनकर्मियों को तैयार रहने के लिए गढ़वा डीएफओ शशि कुमार ने कहा है. वन विश्रामागार में कर्मियों के साथ बैठक कर इस अभियान के विषय में डीएफओ ने रणनीति बनायी. कहा कि यह बड़ा अभियान है. इसमें चुस्त-दुरुस्त रहकर शूटर खान का सहयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि तेंदुआ को कब्जे में करने का यह अभियान सफल साबित होगा. मौके पर वनपाल कमलेश कुमार, तुषार कुमार, ललन कुमार, उपेंद्र कुमार, आनंद कुमार, राजीव पांडेय सहित अन्य वनकर्मी उपस्थित थे.
स्पेशल सर्च लाइट में टीम को दिखा जंगली सुअररात को चल रहे तेंदुआ तलाश अभियान में बैरिया के जंगल किनारे टीम को जंगली सुअर भी दिखा. ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि रोज शाम करीब पांच से आठ बजे के बीच इन दिनों किसी न किसी जंगली क्षेत्र में तेंदुआ का मूवमेंट हो रहा है. ग्रामीण भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं.
रमकंडा-भंडरिया के जंगल से लाइव मुकेश तिवारी/संतोष वर्मा