Jharkhand HURL: हर्ल सिंदरी से होने लगा नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन, पहली खेप देवघर भेजी गयी
हर्ल के सिंदरी खाद कारखाने में सोमवार को नीमकोटेड यूरिया का सफलतापूर्वक व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया. साथ ही यूरिया की पहली खेप ट्रक के जरिये देवघर भेजी गयी.
हर्ल के सिंदरी खाद कारखाने में सोमवार को नीमकोटेड यूरिया का सफलतापूर्वक व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया. साथ ही यूरिया की पहली खेप ट्रक के जरिये देवघर भेजी गयी. हर्ल सिंदरी (HURL sindri) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट दीप्तेन राय ने ट्रकों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
पत्रकारों से बातचीत में श्री राय ने बताया कि सोमवार सुबह करीब नौ बजे यूरिया उत्पादन का ट्रायल शुरू किया गया था और व्यावसायिक यूरिया उत्पादन किया गया. ‘अपना यूरिया’ के नाम की बैगिंग कर लगभग 35 टन यूरिया की खेप के साथ पहला ट्रक लोड हुआ. इसके साथ पांच ट्रकों को लोड कर सड़क मार्ग से देवघर के लिए रवाना किया गया. उन्होंने बताया कि पांच अक्तूबर को अमोनिया का प्रथम ड्रॉप प्राप्त हुआ था.
10 अक्तूबर से अमोनिया का व्यावसायिक उत्पादन शुरू कर दिया गया. अब तक 6000 टन अमोनिया उत्पादन कर स्टॉक में रख लिया गया है. उन्होंने बताया कि 600 टन अमोनिया अब तक बेचा जा चुका है. 28 अक्तूबर को यूरिया का प्रील टेस्ट किया गया था.
श्री राय ने बताया कि गेल द्वारा प्रदत्त 2.4 मिलियन एमएमएससीएमडी गैस की उपलब्धता के आधार पर दिसंबर 2022 से पूर्णतया यूरिया उत्पादन शुरू कर दिया जायेगा. इसके लिए इंटरनेशनल बाजार से एक्स्ट्रा गैस के लिए स्पॉट गैस की खरीदारी करेंगे. रेल ट्रांसपोर्ट 15 नवंबर से शुरू किया जायेगा. 18000 मीट्रिक टन बैगेज यूरिया रखने के लिए हर्ल सिंदरी में व्यवस्था की गयी है.