भारत के चोटी के बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने अपने हमवतन प्रियांशु राजावत को हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया. जीत के बाद उन्होंन कहा कि शनिवार को कहा कि निरंतर प्रयोग करते रहने के कारण वह इस सत्र में सफलताएं हासिल कर पाए.
मई में मलेशियाई मास्टर्स सुपर 500 जीतने वाले 31 वर्षीय प्रणय ने शनिवार को हमवतन प्रियांशु राजावत को 21-18, 21-12 से हराकर ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया.
प्रणय ने कहा, ‘बहुत कुछ श्रेय मुझे जाता है क्योंकि मैं बदलाव को स्वीकार करने और नई चीजों को आजमाने के लिए तैयार था. जो टीम मेरे साथ काम कर रही है वह वास्तव में शानदार है. वे अभ्यास के दौरान हर दिन मेरी मदद करते हैं.’ प्रणय 2021 से पहले चोट और स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानियों से जूझ रहे थे.
इस चोट की वजह से प्रणय के प्रदर्शन पर भी असर पड़ा लेकिन उन्होंने कभी नई चीजों को आजमाना नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा, ‘मेरे प्रशिक्षकों गोपी सर, गुरु, फिजियो, ट्रेनर सभी ने समान रूप से कड़ी मेहनत की. इसलिए यह टीम प्रयास का नतीजा है. मुझे उम्मीद है कि हम प्रत्येक टूर्नामेंट के लिए समाधान ढूंढ सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं.’
विश्व में नौवें नंबर के भारतीय खिलाड़ी एचएस प्रणय को रविवार को शिखर मुकाबले में दुनिया के 24वें नंबर के खिलाड़ी चीन के वेंग होंग यांग से भिड़ना होगा. दिलचस्प बात यह है कि वेंग वही प्रतिद्वंद्वी हैं जिन्हें प्रणय ने मई में मलेशिया मास्टर्स के फाइनल में हराकर छह साल में अपना पहला व्यक्तिगत खिताब जीता था.
प्रणय पूरे सप्ताह बेहतरीन लय में दिखे और क्वार्टरफाइनल में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी और शीर्ष वरीयता प्राप्त एंथोनी गिंटिंग पर उनकी शानदार जीत मुख्य आकर्षण रही. शनिवार को, प्रणय ने एक बार फिर अपने युवा प्रतिद्वंद्वी में गलतियां निकालने की अपनी क्षमता दिखाई, जो अपने तेज हाथ और पैर की गति और तेज नेट प्ले के लिए जाना जाता है.
राजावत ने सकारात्मक शुरुआत करते हुए अपनी सर्विस से 2-0 की शुरुआती बढ़त हासिल कर ली. लेकिन प्रणय ने धीरे-धीरे अपने अंक बनाने शुरू कर दिए और अपने युवा चैलेंजर को गलती करने के लिए मजबूर करते रहे. जिससे वह लगातार चार अंक लेकर आगे बढ़ गए.