IAF Helicopter Crash: तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई. दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति, ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का फिलहाल वेलिंगटन स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है.
कुन्नूर हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पैतृक गांव कन्हौली, देवरिया में लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. उनके चाचा दिनेश प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि ,’वरुण तमिलनाडु के वेलिंगटन में तैनात हैं और अपने बेटे और बेटी के साथ रहते हैं.’
बता दें कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए स्वतंत्रता दिवस 2021 के अवसर पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था.
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील स्थित कन्हौली गांव के रहने वाले हैं यही उनका पैतृक गांव है. वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं. हालांकि, वर्तमान में ग्रुप कैप्टन का परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में रहता है.
दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं. इसके अलावा विंग कमांडर पी. एस. चव्हाण, स्क्वाड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक सई तेजा शमिल हैं.