प्रयागराज में रविवार को संगम पर होने वाला एशिया का सबसे बड़ा एयर शो बेहद खास रहेगा. इसमें भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल विंटेज विमान टाइगर मॉथ, हार्बट ट्रेनर, ट्रांसपोर्ट जहाज सी वन थर्टी, आईएल 78, चेतक हेलीकॉप्टर और रुद्र हेलीकॉप्टर अपना दमखम दिखाएंगे. भारत के 91वें वायु सेना दिवस की थीम IAF– Airpower Beyond Boundaries है.
एयर शो का मकसद भारत की वायुसेना की ताकत दिखाने के साथ युवाओं को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना भी है. इस एयर शो में मिराज 2000 आसमान को चीरता हुआ नजर आएगा. कारगिल के युद्ध में मिराज के कारण पाकिस्तानी सैनिक खौफ में आ गए थे. वहीं वायुसेना के बेड़े में समय पूरा कर चुके मिग-21 का आखिरी शो भी संगमनगरी में देखने को मिलेगा. प्रदर्शन के बाद प्रयागराज से मिग-21 की विदाई होगी.
प्रयागराज एयरशो में फ्रांस से खरीदे गए राफेल फाइटर प्लेन की भी धाक देखने को मिलेगी. भारतीय वायुसेना के प्रदर्शन को संगम घाट, अरैल घाट और झूंसी की तरफ से देखा जा सकेगा.
इसके साथ ही आकाशगंगा की टीम के स्काई डाईवर्स विमानों से संगम तट पर उतरकर लोगों में रोमांच भरेंगे. आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वायुसेना ने पूरे संगम क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित कर नियंत्रण में ले रखा है.
संगम तट पर अक्षय वट जाने वाले मार्ग के पास वायुसेना का एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. यमुना तट पर स्थित किले में बुलेट प्रूफ केबिन बनाई गई है. केबिन से खास मेहमान और सेना के उच्च अधिकारी एयर शो देखेंगे.
वायु सेना के 91वें स्थापना दिवस पर ये एयर शो इसलिए भी खास होगा, क्योंकि इसमें ट्विन सीटर तेजस, सी-295 पहली बार शामिल होंगे. तेजस की लंबाई 13.2 मीटर, चौड़ाई 8.2 मीटर और ऊंचाई 4.4 मीटर है. यह 2000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भरकर 50,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है. यह मेक इन इंडिया की ताकत को दिखाएगा.
एयर शो को लेकर प्रयागराज के अस्पतालों में 25-25 बेड का अस्थाई वार्ड और ट्रामा में 50 बेड आरक्षित रहेंगे. इसके अलावा एयर शो के दौरान ड्यूटी के लिए डॉक्टरों की 10 टीम का गठन किया गया है. इसके अलावा शहर के सभी ब्लड बैंकों में 25-25 यूनिट ब्लड रिजर्व कर दिया गया है.
संगम पर होने वाले इस एयर शो को लेकर सभी चिकित्सकों का अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं. इसके साथ ही एसआरएन अस्पताल में 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की व्यवस्था की गई है.
वायुसेना की परेड सुबह के वक्त होगी और एयर शो दोपहर दो बजे से होगा. 8 अक्टूबर रविवार को परेड और एयर शो से पहले 6 अक्टूबर को फुल ड्रेस रिहर्सल होगा. वायुसेना ने पूरे संगम क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित कर नियंत्रण में ले रखा है.
इस एयर शो में अग्निवीर की पहली महिला टुकड़ी भी परेड करती नजर आएगी. महिला अग्निवीर टीम की 31 महिलाएं आठ अक्टूबर को परेड करेंगी.वायु सेवा के स्थापना दिवस पर पहली बार कुछ नई परंपराएं शुरू हो रही हैं. इस बार झंडा बदलने की प्रक्रिया की जाएगी. इसमें पुराने झंडे की जगह नया झंडा लगाया जाएगा.