कानपुरः लावारिस महिला की हुई पहचान, करौली सरकार के आश्रम में थी सेवादार, बेहोशी की हालत में फेंकने का आरोप
यूपीः कानपुर के करौली सरकार से जुड़े विवाद निपटने का नाम नहीं ले रहे हैं. आए दिन नए मामले निकलकर सामने आ रहे हैं. दरअसल 21 अप्रैल को झकरकटी बस अड्डे पर अचेत अवस्था में लावारिस मिली महिला की पहचान हो गई है.
यूपीः कानपुर के करौली सरकार से जुड़े विवाद निपटने का नाम नहीं ले रहे हैं. आए दिन नए मामले निकलकर सामने आ रहे हैं. दरअसल 21 अप्रैल को झकरकटी बस अड्डे पर अचेत अवस्था में लावारिस मिली महिला की पहचान हो गई है. महिला बिधनू स्थित करौली सरकार आश्रम की सेवादार निकली है. महिला के पति ने आरोप लगाया है कि आश्रम के लोगों ने उसे बेहोशी की हालत में फेंका था. वह शिकायत करने के लिए पुलिस के पास गए थे. लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
ढाई लाख खर्च करके करवाया हवन
आपको बता दें कि महिला की शिनाख्त मैना देवी के रूप में हुई है. जो मूलरूप से बांदा जिले की बबेरू निवासी रामकरन शर्मा की पत्नी है. रामकरन बताते हैं कि वह पिछले 30 सालों से बिनगवा में रहते हैं.उनका परिवार 3 साल से करौली आश्रम का भक्त है. घर में सुख शांति रहे इसलिए उन्होंने ढाई लाख खर्च कर हवन करवाया था. यही नहीं उनकी पत्नी आश्रम में निशुल्क भंडारा बनाने का भी काम करती है.
वह 19 अप्रैल को पत्नी को आश्रम छोड़कर आए थे. लेकिन जब वह उसे लेने के लिए 22 अप्रैल को आश्रम गए तो उनको पत्नी नहीं मिली और उन्हें भगा दिया गया. पत्नी की खोजबीन की तो उन्हें वह लावारिश हालात में उर्सला में भर्ती मिली.
तबीयत बिगड़ने पर कूड़े के ढेर में फेंका
रामकरन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि 21 अप्रैल को पत्नी की तबीयत बिगड़ी तो बाबा के कर्मचारियों ने मैना देवी को झकरकटी के कूड़े के ढेर में फेंक दिया. जहां किसी महिला ने उसे उर्सला में पुलिस की मदद से भर्ती कराया. वहीं उन्होंने आरोप लगया है कि जब पत्नी मिल गई तो आश्रम के लोगों ने मदद करने का झूठा वीडियो बनाकर ले गए. लेकिन अभी तक उनकी पत्नी बेहोश है.
रिपोर्टः आयुष तिवारी