पश्चिम बंगाल में नगरपालिका नियुक्ति घोटाले (Municipal Appointment Scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बोस, बारानगर के तृणमूल विधायक तापस राय और उत्तर दमदम नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन व तृणमूल पार्षद सुबोध चक्रवर्ती के आवासों एवं कार्यालयों में छापेमारी की थी. उत्तर 24 परगना जिले के लेकटाउन स्थित श्रीभूमि इलाके में मंत्री श्री बोस के दो आवासों व कार्यालय पर छापे पड़े, जो करीब साढ़े 13 घंटों तक चले. छापे के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए मंत्री श्री बोस ने दावा किया कि वह भ्रष्टाचार के किसी भी मामले से नहीं जुड़े हैं. कोई यदि यह साबित कर दे कि उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में किसी काम के लिए किसी से एक पैसा भी अवैध तरीके से लिया व वह किसी भ्रष्टाचार के मामले से जुड़े हैं, तो वह उसी समय अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
वह 45 सालों से राजनीति से जुड़े हैं और उन पर कोई कलंक नहीं लगा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि वह दमकल व आपातकालीन सेवा मामलों के मंत्री हैं. ऐसे में बार-बार अनुरोध करने के बावजूद इडी अधिकारी उनका मोबाइल फोन अपने साथ ले गये. वह नहीं जानते कि इस छापे का क्या कारण था. सुबह करीब सात बजे उन्हें अपने बेटे से पता चला कि घर में इडी के अधिकारी आये हैं. बहरहाल, वे केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों को कोई दोष नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें भी मिले आदेशों का पालन करना पड़ता है. केंद्रीय जांच एजेंसी के अभियान के दौरान उन्होंने व उनके परिवार के सभी सदस्यों ने पूरा सहयाोग किया है. आगे भी करेंगे. इडी अधिकारी उनके मोबाइल फोन के साथ कुछ दस्तावेज भी साथ ले गये हैं.
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मंत्री ने केंद्रीय जांच एजेंसी के अभियान को लेकर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी की भी आलोचना करते हुए उन पर निशाना साधा है. मंत्री ने कहा कि “मुझे पता चला है कि इडी के अभियान के दौरान भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने बड़ी-बड़ी बातें की हैं. दूसरों पर अंगुली उठाने वाले को पहले खुद आइने में अपनी शक्ल देख लेनी चाहिए. उन्हें याद होना चाहिए कि रुपये लेती उनकी तस्वीरें कैमरे में कैद हुई थीं. वह समझते हैं कि भाजपा का कवच सर्वदा उन पर रहेगा, ऐसा नहीं है. तृणमूल पर अंगुली उठाने वाले नेता उसी पार्टी का सहारा लेकर आगे बढ़े हैं. उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि ईश्वर की मार में आवाज नहीं होती है. सब हिसाब एक दिन होगा.”
मंत्री ने यह भी कहा कि कथित तौर पर भाजपा नेता अधिकारी ने कहा है कि वह (मंत्री) पहले रोल बेचते थे. ऐसे में वह गर्व से कहना चाहेंगे कि उन्होंने मेहनत से कमाया है, अवैध व अनैतिक तरीके से नहीं. वह शनिवार को चार दिनों के लिए गंगासागर जायेंगे. अपनी बातों में उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्होंने पहले भी अपनी पार्टी के समर्थकों से कहा था कि वह शांति बरतें और आज भी यही कह रहे हैं. आनेवाले समय में बंगाल में राजनीतिक रूप में तृणमूल एक बार फिर भाजपा को शिकस्त देगी.