Jharkhand News: सरकारी विभागों की समस्याओं का हल आइएसएम आइआइटी के छात्र ढूढ़ेंगे. आइआइटी आइएसएम सहित देश के अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों के 113 नवोदित तकनीकी विशेषज्ञ स्मार्ट इंडियन हैकाथॉन (एसआईएच) के ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लेंगे. दो दिवसीय हैकेथॉन में टेक्नोक्रेट्स समस्याओं के समाधान खोजने के लिए एक साथ विचार-मंथन करेंगे. आयोजन के लिए देश के 75 नोडल केंद्रों में से आइआइटी-आइएसएम को भी चुना गया है.
25 अगस्त से शुरू हो रहा हैकेथॉन
25 अगस्त को सुबह आठ बजे हैकेथॉन शुरू होगा. मुख्य कार्यक्रम सुबह 9.33 बजे से शुरू होगा. 36 घंटे आयोजन स्थल पर बिताने के बाद आयोजन का परिणाम 26 अगस्त को रात 8.20 बजे घोषित किया जायेगा. इनोवेशन के डीन पंकज मिश्रा ने बताया : 25 अगस्त को सुबह आठ बजे हैकेथोन शुरू होगा. इसमें 18 विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज के 113 विद्यार्थी भाग लेंगे. प्रत्येक टीम में छह सदस्य होंगे. इनमें से कम से कम एक छात्रा का होना अनिवार्य है. अब तक के रजिस्ट्रेशन के अनुसार टीम में 23 मेंटोर, 69 छात्र और 44 छात्राएं कैंडिडेट शामिल हैं.
पीके रॉय कॉलेज में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया गया
पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज में फोटोग्राफी क्लब की ओर से वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया गया. उद्घाटन प्राचार्य डॉ बीके सिन्हा ने किया. कार्यक्रम में पर्यावरणविद् एवं पक्षी प्रेमी अखिलेश सहाय, विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ एस के सिन्हा बीबीएमकेयू के जूलॉजी विभाग के एचओडी डॉ एलबी सिंह, बीबीएमकेयू के मनोविज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ आर एस यादव एवं आर एस पी कॉलेज झरिया के पूर्व अध्यक्ष प्राणी विज्ञान डॉ एस सी गोराई उपस्थित थे.
फोटोग्राफी के महत्व की हुई चर्चा
कार्यक्रम की शुरुआत पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज के सचिव व कार्यक्रम समन्वयक डॉ मंतोष कुमार पांडे द्वारा फोटोग्राफी के महत्व पर व्याख्यान से हुआ. सभी अतिथियों ने अपने विचार व अनुभव साझा किए. अखिलेश सहाय द्वारा वर्ल्ड फोटोग्राफी के कुछ नमूने दिखाए गए. छात्र आदित्य कुमार सेमेस्टर टू पीजी डिपार्टमेंट, जूलॉजी एवं प्रभास आनंद ने फोटोग्राफी के तकनीकियों पर चर्चा की. अंत में प्राचार्य डॉ बी के सिन्हा ने फोटोग्राफी के विद्या एवं तकनीकियों के बारे में विस्तार से बताया. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर नसीम अहमद, डॉ संजय कुमार सिंह, डॉ अशोक कुमार मंडल, डॉ एम एल महतो, डॉक्टर सागर स्वैन एवं डॉक्टर शर्मिला की सक्रिय भूमिका रही. कार्यक्रम का समापन डॉक्टर मंतोष पांडे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ.