IIT ISM Convocation: दीक्षांत समारोह में 1978 को मिलीं डिग्रियां, राज्यपाल रमेश बैस ने दिया ये मंत्र

IIT ISM Convocation: राज्यपाल रमेश बैस ने धनबाद के आईआईटी आईएसएम के दीक्षांत समारोह में कहा कि छात्रों को राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ समाज निर्माण में भी तत्पर रहना चाहिए. विद्यार्थियों को नजदीक के गांव व बस्ती में जाकर समय बिताना चाहिए और ग्रामीणों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास करना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2022 6:21 PM
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IIT ISM Convocation: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने शनिवार को धनबाद के आईआईटी आईएसएम के 41 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में कहा कि संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर छात्रों को राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ समाज निर्माण में भी तत्पर रहना चाहिए. विद्यार्थियों को नजदीक के गांव व बस्ती में जाकर समय बिताना चाहिए और ग्रामीणों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास करना चाहिए. उनकी समस्याएं जानने का प्रयास कर, अपनी तकनीक, सोच और शोध के माध्यम से उसे दूर करने का प्रयास करना चाहिए. आईआईटी आईएसएम इस दायित्व को भलीभांति निभा रहा है. संस्थान अपनी वैज्ञानिक सोच और तकनीक का प्रयोग कर आदिवासियों को तकनीकी रूप से दक्ष करने का काम कर रहा है. इस मौके पर सत्र 2020 के 1978 छात्रों को डिग्री दी गई. 2020 बैच के 59 छात्रों को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल दिया गया.

आपकी सफलता है देश की सफलता

झारखंड के राज्यपाल ने कहा कि जामताड़ा जिले के आदिवासियों पर विशेष ध्यान देकर वैज्ञानिक समझ विकसित करने का काम किया जा रहा है, ताकि उनके जीवन में बदलाव लाया जा सके. यह एक अच्छी पहल है. राष्ट्रीय लक्ष्य प्राप्त करने के साथ मानवता की भलाई करना भी सबका उद्देश्य होना चाहिए. जिम्मेदार नागरिक बनने में शिक्षा का प्रमुख योगदान है, परंतु सभी को समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए. राष्ट्र निर्माण के साथ समाज निर्माण में भी तत्पर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है. इसमें सभी की सहभागिता सुनिश्चित होनी चाहिए और मेक इन इंडिया पर जोर होना चाहिए. नए भारत के सपने को साकार करें. अपने करियर में सफल हों. आपकी सफलता देश की सफलता है.

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आप दुनिया जीतें

आईआईटी आईएसएम के निदेशक प्रोफेसर राजीव शेखर ने कहा कि भारत अब सुपर पावर है. हमें चीन को पीछे छोड़ने का लक्ष्य रखना चाहिए. उन्होंने रतन टाटा व अन्य का उदाहरण देते हुए छात्रों से कहा कि आपको जो मौका मिला है उसे ग्रहण करें. जीवन में कभी शॉर्टकट नहीं अपनाएं. यहां से बाहर निकलकर दुनिया जीतें. देश का नाम रोशन करें. दीक्षांत समारोह की शुरुआत संस्थान के छात्रों को संस्कृत में शपथ दिलाकर और राष्ट्रगान से की गई. इसके बाद मुख्य अतिथि राज्यपाल, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आईआईटी आईएसएम प्रो प्रेम व्रत एवं निदेशक प्रो राजीव शेखर ने सत्र 2020 के छात्रों को डिग्री प्रदान की. सबसे पहले उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं.

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59 छात्रों को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल

सत्र 2020 के 1978 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई. इसमें बीटेक, एमटेक, एमएससी टेक, एमबीए एवं पीएचडी छात्र शामिल थे. 2020 बैच के 59 छात्रों को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल दिया गया. आईआईटी आईएसएम के समारोह में शिरकत करने के बाद राज्यपाल सिम्फर गेस्ट हाउस पहुंचे. वहां अल्प अवधि के लिए विश्राम करने के बाद वे सिम्फर के सभागार पहुंचे. वहां बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. इस क्रम में सड़क मार्ग से धनबाद आगमन पर राज्यपाल को सर्किट हाउस में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त संदीप सिंह, उपविकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, अपर समाहर्ता नंदकिशोर गुप्ता ने राज्यपाल का स्वागत किया.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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