महिलाओं को घर बैठे ही रोजगार उपलब्ध करायेगा ISM धनबाद स्थित ACIC, जानें कैसे
आइआइटी आइएसएम धनबाद स्थित एसीआइसी घर बैठे ही लोगों को रोजगार उपलब्ध करायेगा, इसके लिए पहले महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा फिर काम में उपयोग होने वाले जरूरी पार्ट्स उनके घर तक पहुंचा दिया जाएगा.
धनबाद: आइआइटी आइएसएम स्थित अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआइसी) से जुड़कर युवा स्वरोजगार की दिशा में बेहतर कर रहा है. स्थानीय स्तर पर घरों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी प्रदान करने की योजना है. पुराना बाजार के रहने वाले व पीके राय मेमोरियल कॉलेज से 1998 में ग्रेजुएट शैलेश कुमार साव और उनकी पत्नी दीपा साव अपने स्टार्टअप एसएस प्लगमैन से इसी इनोवेटिव आइडिया के दम पर घरों में रह रही महिलाओं को रोजगार दिलाएंगे.
चीन का मॉडल प्रेरक : स्टार्टअप संस्थापक दीपक आने वाले दिनों में अधिकाधिक महिलाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया करना चाहते हैं. दीपक बताते हैं कि चीन की आर्थिक बुलंदी की एक बड़ी वजह भी है. वहां की बड़ी आबादी को रोजगार के लिए घर नहीं छोड़ना पड़ता है, बल्कि उद्योग उन तक पहुंचते हैं. इससे न सिर्फ उद्योग के कई खर्च बच जाते हैं. यह सब मिलकर देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हैं.
स्टार्टअप इंडिया के रह चुके हैं विजेता
शैलेश और दीपा का बिजनेस आइडिया वर्ष 2019 में स्टार्टअप इंडिया प्रतियोगिता में प्रथम रह चुका है. शैलेश बिजली का प्लग-होल्डर समेत कई उन्य उत्पाद बनाते हैं. उनके उत्पादों की खासियत है कि वह गर्म होने पर भी नहीं जलते. शैलेश एसीआइसी में ही इन बिजली के उपकरणों के सभी पार्ट्स तैयार करते हैं. इसके बाद इनकी एसेंबलिंग घरेलू महिलाओं से करा रहे हैं. अभी उनके साथ कुछ महिलाओं ने काम शुरू कर दिया है. आने वाले दिनों में वे बड़े पैमाने महिलाओं को जोड़ना चाहते हैं.
पहले दिया जाता है प्रशिक्षण :
इस काम के लिए पहले महिलाओं को आइआइटी आइएसएम लाकर कुछ दिनों तक प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रशिक्षित महिलाओं को यहां आने की जरूरत नहीं. उन्हें उनके घर तक पार्ट्स पहुंचा दिए जाते हैं. महिलाएं वहीं उनको ऐसेंबल कर देती हैं. शाम में कंपनी का एक कर्मी महिलाओं से तैयार सामान ले लेता है और कार्य के लिए भुगतान कर देता है.
Posted by: Sameer Oraon