कानपुर. आईआईटी कानपुर के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव अंतराग्नि के 57वें संस्करण का रविवार को धूमधाम से समापन हुआ. अंतिम दिन में विभिन्न फाइनल, कड़ी प्रतिस्पर्धाएं और विभिन्न कलाकारों के रोमांचक प्रदर्शन देखने को मिले. चौथे दिन नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता के फिनाले का आयोजन किया गया, जहां प्रतिभागियों ने अपने अनूठे प्रदर्शन से समाज को वास्तविकता के आईना के सामने खड़ा कर दिया. इसके बाद हिंदी कविता लेखन प्रतियोगिता – काव्यांजलि और अंतराग्नि आइडल प्रतियोगिता हुई. दोनों प्रतियोगिताओं ने दर्शकों को तब तक बांधे रखा, जब तक कि कार्यवाही जिटरबग एक पश्चिमी समूह नृत्य प्रतियोगिता के प्रतीक्षित समापन तक नहीं पहुंच गई. इसने पूरे सभागार में दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया.
चौथे दिन कलर रन इवेंट ने डीजे वॉर के फाइनलिस्ट की बीट्स पर डांस करने के लिए हर किसी के लिए एक शानदार रंगीन अनुभव पेश किया. संगीत की ऊर्जा,रंगों की जीवंतता और आयोजन के उत्साह ने हवा को आनंद से भर दिया. समृद्ध वार्ता की भावना को जारी रखते हुए आईआईटी (IIT) कानपुर ने इंडिया इंस्पायर्ड इवेंट के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व प्रमुखकरनाल सिंह की मेजबानी की. उन्होंने अपने जीवन के अनुभव अपने संघर्ष दर्शकों के साथ साझा किये और उनके प्रोत्साहन के शब्दों ने छात्रों को राष्ट्र और अपने लोगों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया.
अंतरग्नि का मंच जो कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में असाधारण प्रतिभाओं को होस्ट करता है उसके साहित्यिक और कला आयोजनों में इंडिया क्विज़, हेल्म क्विज़, ए बैटल ऑफ़ आर्ट, क्रिएटिव राइटिंग, पेयर ऑन स्टेज, डिबेट, किरदार और मंडला आर्ट प्रतियोगिता, चौथे दिन के मुख्य आकर्षण थे. वेंट्रिलोक्विस्ट सत्यजीत रामदास पाध्ये और कॉमेडियन रजत चौहान के प्रदर्शन ने दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया. सत्यजीत के त्रुटिहीन वेंट्रिलोक्विज़्म कौशल ने उनकी आकर्षक मंच उपस्थिति के साथ मिलकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. दूसरी ओर रजत चौहान के गुदगुदाने वाले चुटकुलों और त्रुटिहीन प्रस्तुति ने दर्शकों को उनके पूरे प्रदर्शन के दौरान बांधे रखा.
अंतराग्नि में कवि सम्मेलन कविता, बुद्धि और आकर्षण से भरी एक शाम साबित हुई. कार्यक्रम में हिंदी कविता की दुनिया के कुछ सबसे प्रमुख नाम शामिल हैं, जिनमें फ़हमी बदायुनी, अमित शर्मा, चराघ शर्मा, मनिका दुबे, प्रियांशु वात्सल्य और स्वयं श्रीवास्तव शामिल हैं. एकाग्र शर्मा, जो स्वयं एक सिद्ध कवि थे. इस आयोजन के एंकर थे.अकापेल्ला प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने शानदार धुन बनाने के लिए अपनी आवाज में तालमेल बिठाते हुए देखा, जबकि मिमिका प्रतियोगिता में प्रतियोगियों ने अपने हाव-भाव और भावों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
संगीतकार जोड़ी सलीम-सुलेमान ने ब्लिट्जक्रेग में मंच पर धूम मचाते हुए शाम को यादगार कर दिया.उनके चार्टबस्टर्स के साथ यह एक रोमांचक रात थी. चार दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का अंत सभी विधाओं में आकर्षक प्रदर्शनों के साथ हुआ.