कानपुर . भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर ने हाल में ही घोषित QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग विषय श्रेणी 2023 में अपने प्रभावशाली सफर को जारी रखा है. संस्थान ने इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में 37 पायदानों की छलांग लगाकर विश्व स्तर पर 85वां स्थान और घरेलू स्तर पर 5वां स्थान हासिल किया है. आईआईटी कानपुर को कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रणाली में 96 वें (पहले से 13 स्थान ऊपर) और इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में 87वें स्थान (पहले से 21 स्थान ऊपर) के साथ दुनिया के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थान दिया गया है. इसके अलावा IIT कानपुर ने मैकेनिकल, वैमानिकी और विनिर्माण इंजीनियरिंग (121वीं रैंक) और गणित (122वीं रैंक) सहित अध्ययन के अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय स्थान हासिल किए हैं. प्राकृतिक विज्ञान के क्षेत्र में आईआईटी कानपुर को वैश्विक स्तर पर 248वां और घरेलू स्तर पर 5वां स्थान दिया गया है.
आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने विषय के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 में संस्थान के प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर अनुसंधान और सीखने में सुधार के लिए पाठ्यक्रम और कार्यप्रणाली का लगातार पुनर्मूल्यांकन कर रहा है. ये रैंकिंग अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और नवाचार के लिए आईआईटी कानपुर की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. हम आईआईटी कानपुर में सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक अनुभव प्रदान करके बदलते समय की आवश्यकताओं के साथ लगातार सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह रैंकिंग आईआईटी कानपुर की इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रणाली, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, वैमानिकी और विनिर्माण इंजीनियरिंग और गणित के प्रमुख डोमेन में उत्कृष्टता की गवाही देती है.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी. संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों, इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में 3 अंतः विषय कार्यक्रमों में फैले शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 540 पूर्णकालिक संकाय सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं. औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहता है.
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