UP News: कानपुर आईआईटी के स्टॉर्टअप को मिला अवार्ड, यह है खासियत

संस्थान के स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रो. अंकुश शर्मा और अन्य वैज्ञानिकों ने उपलब्धि पर स्टार्टअप को बधाई दी. स्टार्टअप को अवार्ड आइडिएशन टू इंजीनियरिंग लीडरशिप कैटेगरी में मिला है. स्टार्टअप को नैसकॉम ने स्पॉटलाइट अवार्ड से सम्मानित किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 19, 2023 12:03 AM

कानपुर: आईआईटी कानपुर के स्टॉर्टअप को अवार्ड मिला है. प्रदूषित गैस और कार्बन डाई ऑक्साइड को दूरकर ऑक्सीजन देने वाले प्यूरीफायर को नैसकॉम ने स्पॉटलाइट अवार्ड से सम्मानित किया है. यह प्यूरीफायर आईआईटी के स्टार्टअप क्लाइमेक लैब्स ने विकसित किया है. स्टार्टअप को अवार्ड आइडिएशन टू इंजीनियरिंग लीडरशिप कैटेगरी में मिला है. संस्थान के स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रो. अंकुश शर्मा और अन्य वैज्ञानिकों ने उपलब्धि पर स्टार्टअप को बधाई दी. स्टार्टअप क्लाइमेक लैब्स ने विशेष प्यूरीफायर विकसित किया है, जिसे घर में रखकर न सिर्फ शुद्ध हवा ले सकते हैं. बल्कि वह सजावट के काम भी आता है. यह 360 डिग्री पर फिल्टरेशन करता है.

कमरे में पीएम-2.5 और पीएम-5 के प्रदूषित कणों से हवा को शुद्ध करता है. यह प्यूरीफायर हर तरह की खतरनाक और प्रदूषित गैसों को खत्म करने में सक्षम है. प्यूरीफायर कमरे से कार्बन डाई ऑक्साइड को सोखकर ऑक्सीजन देता है, जिससे हवा शुद्ध रहती है. ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा बनी रहती है. यह प्यूरीफायर थकान, तनाव को कम करने में भी काफी मददगार है.प्यूरीफायर पार्टिकुलेट मैटर, धुएं की गंध, हानिकारक सूक्ष्मजीव, पालतू जानवरों की रूसी, परागकण, वायुजनित धूलक जैसे प्रदूषण को खत्म करता है.


धूप और पानी की जरूरत खुद बताएगा यह डिजिटल गमला

पौधों को कब गर्मी लग रही है और कब उसे धूप की जरूरत है. कब पानी चाहिए, मिट्टी में नमी है या नहीं जैसी जानकारी अब गमला खुद देगा.डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआईटीएच) के छात्र-छात्राओं ने एक डिजिटल गमला विकसित किया है, जिसमें एलसीडी तापमान, आर्द्रता व पानी की जरूरत की जानकारी देगी. डिजिटल गमले का शहर में 50 स्थानों पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत ट्रायल चल रहा है. छात्रों ने पेटेंट को भी आवेदन किया है. संस्थान की केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा हिमांशी कुशवाहा व निहारिका गौर ने अपने साथी माही त्यागी, हर्षित सेंगर, देवेंद्र श्रीवास्तव, अनुराग तिवारी, शशांक पटेल व आर्यन सिंह के साथ मिलकर प्लांटेक इनोवेशन स्टार्टअप विकसित किया है। इसके तहत छात्रों ने आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) व कोडिंग तकनीक पर विशेष डिजिटल गमला विकसित किया है. कीमत 1800 से 2000 रुपये के बीच है. निदेशक प्रो. रचना अस्थाना, रिसर्च सेंटर के प्रभारी डॉ. मनीष राजपूत व रोहित ने बधाई दी.

Also Read: UP News: कानपुर में तेल कारोबारी के ठिकानों पर जीएसटी का छापा, 10 दिनों में दूसरी बड़ी कार्रवाई

Next Article

Exit mobile version