Covid: जुलाई में आएगी कोरोना की चौथी लहर! IIT कानपुर के प्रोफेसर ने किया सावधान
Covid: आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने दावा किया है कि जुलाई में देश भर में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने से शुरू हो जाएंगे. देश भर में रोजाना 22 से 25 हजार केस रोज आ सकते हैं, जिसे वैज्ञानिक हल्की लहर के रूप में देख रहे हैं.
Covid: आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने दावा किया है कि जुलाई में देश भर में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने से शुरू हो जाएंगे. देश भर में रोजाना 22 से 25 हजार केस रोज आ सकते हैं, जिसे वैज्ञानिक हल्की लहर के रूप में देख रहे हैं. इस हल्की लहर से उत्तर प्रदेश के लगभग सुरक्षित रहने के आसार हैं. यह आकलन आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक व पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल का ने अपने गणितीय विश्लेषण मॉडल सूत्र के आधार किया है
पहले भी कर चुके है दावा
गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर कोरोना की पहली, दूसरी व तीसरी लहर का सही आकलन करने वाले प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने एक नई स्टडी जारी की है इसमें प्रदेशवार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का आकलन किया गया है रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में देश में कोरोना केसों की संख्या रोज 25 हजार तक पहुंच सकती है. इनमें से अधिकतर मरीज पांच प्रदेशों से ही आने की उम्मीद है .इस हल्की लहर का प्रभाव महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दिल्ली व गुजरात में ही अधिक रहेगा. उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड आदि प्रदेशों में सामान्य रूप से कोरोना संक्रमण न के बराबर रहेगा. यहां मरीजों की संख्या 500 से भी नीचे रहने की उम्मीद है.
इन प्रदेशो में पीक पर होगा कोरोना
प्रोफेसर के मुताबिक
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महाराष्ट्र 22 जुलाई 9 से10 हजार प्रतिदिन
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केरल में 13 जुलाई से 6 से 7 हजार केस प्रतिदिन
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कर्नाटक 31जुलाई से 2200-2500 प्रतिदिन
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दिल्ली में दो जुलाई से 2000-2200 प्रतिदिन
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गुजरात में 11 अगस्त 1200-1500 प्रतिदिन को केस निकल कर सामने आ सकते है.
इम्युनिटी कमजोर होने पर बढेंगे केस
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक कोरोना अब एक फ्लू बन चुका है. जब-जब लोगों में इम्युनिटी कमजोर होगी, कोरोना संक्रमण बढ़ेगा. मतलब, आगे भी कोरोना के केसों में उतार-चढ़ाव आ सकता है लेकिन यह खतरनाक साबित नहीं होगा. जिन प्रदेशों में संक्रमण बढ़ेगा, वहां नेचुरल इम्युनिटी का स्तर गिरा है और बाहर से आने वालों की संख्या अधिक है. ऐसे में संक्रमण फैलने की दर में इजाफा हो रहा है. प्रो. अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की चौथी लहर आने जैसी स्थिति नहीं है, हल्की लहरें आती रहेंगी.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी