Jharkhand Crime News: हजारीबाग जिला के सुदूरवर्ती क्षेत्र केरेड़ारी में अवैध कोयला का कारोबार धड़ल्ले से कोल माफिया द्वारा किया जा रहा है. थाना क्षेत्र के बारियातू कंडाबेर, मनातू के पडरा एवं लाजीदाग के जंगल क्षेत्र से अवैध कोयले की रातभर ढुलाई हो रही है. अवैध कोयला ट्रैक्टरों में भरकर सुदूरवर्ती गांव के ईंट्ट भट्ठों तक बढ़ी आसानी से पहुंचाया जा रहा है. कोयले ढुलाई के लिए दर्जनों ट्रैक्टर लगे हैं.
कहां-कहां से निकलता है कोयला
केरेड़ारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर बारियातू जंगल, लाजीदाग के पोखरिया खदान और मनातू के धमधमीया जंगल में खदान बनाकर कोल माफिया अवैध कोयला का कारोबार करते हैं. मनातु, लाजीदाग खदान से कोयला निकाल कर लोग मनातू-पीरी जंगल के रास्ते पीरी, कटकमदाग, कटकमसांडी सिमरिया समेत कई गांवों के ईंट भट्ठों तक पहुंचाया जाता है. एक गाड़ी कोयले की कीमत 5000 से 6000 रुपये ली जाती है. मनातू एवं लाजीदाग में कोयला ढुलाई के लिए प्रत्येक दिन 20 से 30 ट्रैक्टर लगा रहता है. कोयला कारोबारी घने जंगल और रात का लाभ उठाते हैं. दिनभर मजदूरों से कोयला खनन कर रात भर वाहनों से ढुलाई करते हैं.
पुलिस की कार्रवाई से खुली पोल
अवैध कोयला तस्करी होने की गुप्त सूचना पर अवैध कोयला खदानों में 8 मई को केरेडारी पुलिस द्वारा डोजरिंग किया गया. डोजरिंग अभियान के दौरान कोयला कारोबारी तो हाथ लगे नहीं, लेकिन थाना प्रभारी नायल गोडविन केरकेट्टा के उपस्थित में मनातू एवं कंडाबेर के खावा जंगल के छह-सात अवैध खानों को डोजरिंग कर भर दिया गया. इससे पूर्व अप्रैल महीने के शुरुआती दिनों में मनातू जंगल से कोयला ढुलाई में लगे तीन ट्रैक्टर को केरेडारी पुलिस द्वारा पकड़ा गया था. कोयला खदानों के डोजरिंग में थाना प्रभारी समेत कई पुलिस कर्मी मौजूद थे. खदानों में डोजरिंग होने के बावजूद कंडाबेर जंगलों में 100 टन से अधिक कोयला डंप किया हुआ है. जिस पर केरेडारी पुलिस की कोई नजर नहीं है.
अवैध कारोबारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस मामले में रेंजर उदय चंद्र झा ने कहा कि अवैध कोयला कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मनातू, लाजीदाग, बारियातू कंडाबेर से कोयला तस्करी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगा. डंप कोयला को जल्द ही जब्त किया जाएगा.
रिपोर्ट : अरुण कुमार यादव, केरेडारी, हजारीबाग.