झारखंड में कोयला माफियाओं की मदद कर रहे हैं पुलिस अधिकारी, अवैध खनन पर ED ने मांगी रिपोर्ट
झारखंड के धनबाद में हो रहे अवैध कोयला खनन पर भी ईडी की नजर है. इसे लेकर इडी के अधिकारी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर इसकी रिपोर्ट मांगी है. ईडी की तरफ से कहा गया कि इसीएल मुगमा इलाके में अवैध उत्खनन किया जा रहा है. इस काम में कोल माफियाओं की मदद पुलिस के अधिकारी ही कर रहे हैं.
धनबाद : धनबाद में अवैध कोयला खनन को लेकर इडी ने पुलिस मुख्यालय से रिपोर्ट मांगी है. इसे लेकर इडी के अधिकारी ने पुलिस मुख्यालय आइजी मानवाधिकार अखिलेश झा को पत्र लिखा है. इडी की ओर से बताया गया है कि उन्हें मामले में लिखित शिकायत मिली है. शिकायत करनेवाले का आरोप है कि धनबाद इसीएल मुगमा इलाके में अवैध उत्खनन किया जा रहा है. इस काम में माइनिंग माफिया माखो सिंह और उनके पुत्र बबलू सिंह शामिल हैं.
यह काम वह धनबाद एसएसपी संजीव कुमार, रमेश, रामाशंकर सिंह, विनोद कुमार और संजय सिंह की मदद से कर रहे हैं. इस काम से संबंधित लोगों ने खुद और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर अवैध संपत्ति भी अर्जित की है. इसलिए इस मामले में अगर कोई प्राथमिकी दर्ज हो और कोर्ट में कोई आरोप पत्र समर्पित हो, तो इसे उपलब्ध कराया जाये. साथ ही कहा गया है कि शिकायत में जिन लोगों के नाम का उल्लेख है और उनके संबंध में कोई दूसरे दस्तावेज भी हैं, तो उसे इडी को दिया जाये.
रोज सैकड़ों हाइवा कोयला चोरी का खेल :
धनबाद जिले का क्षेत्र चाहे कोई भी हो. बाघमारा-कतरास, निरसा और झरिया से लेकर बोकारो तक कोयला माफियाओं का सिंडिकेटसक्रिय है. इसीएल व बीसीसीएल के कोलियरी क्षेत्रों से एमपीएल व रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन(आरटीपीएस) को कोयला ट्रांसपोर्टिंग होती है. इसमें लगे हाइवा से हर दिन बड़े पैमाने पर कोयला चुरायी जा रही है. एक अनुमान के मुताबिक अभी रोज औसतन 700 से 800 हाइवा कोयला की अवैध तस्करी हो रही है, जो डिहरी, बनारस व बंगाल की मंडियों और अन्य स्थानों पर खपाया जा रहा है.
कोयला तस्करी के सिंडिकेट का किंगपिन अलग-अलग लोगों ने संभाल रखा है. निरसा के सिंडिकेट का किंगपिन रमेश, बाघमारा-कतरास का आर टुडू व झरिया का सिंडिकेट मुकेश एंड कंपनी ने संभाल रखा है.