Jharkhand News: धनबाद में अवैध बालू खनन रोकने गयी टीम को ग्रामीणों ने बनाया बंधक, पुलिस ने कराया मुक्त

Jharkhand News: धनबाद एसडीओ एवं खनन विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ धनबाद के पूर्वी टुंडी प्रखंड क्षेत्र के बेजरा बालू घाट पर छापामारी की. हालांकि छापामारी के दौरान बजरा बालू घाट पर कोई वाहन नहीं मिला. ग्रामीणों ने पदाधिकारियों को एक घंटा तक बंधक बनाकर रखा था. इसके बाद पुलिस ने मुक्त कराया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2022 6:42 PM
an image

Jharkhand News: धनबाद के निरसा में बराकर नदी घाट पर अवैध बालू खनन रोकने गयी टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. एक घंटा बाद पुलिस ने टीम को छुड़ाया. पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर किसी तरह वहां से एसडीओ समेत अन्‍य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. बालू के अवैध उठाव की सूचना पर शनिवार की सुबह धनबाद एसडीओ प्रेम कुमार तिवारी एवं खनन विभाग की टीम ने पांड्रा बेजरा पंचायत के पोलकेरा स्थित बराकर नदी घाट पर छापामारी की. इस दौरान सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और टीम के पदाधिकारियों को बंधक बना लिया.

छापामारी की पहले ही लग गयी थी भनक

जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह धनबाद एसडीओ एवं खनन विभाग की टीम ने भारी संख्‍या में पुलिस बल के साथ धनबाद के पूर्वी टुंडी प्रखंड क्षेत्र के बेजरा बालू घाट पर छापामारी की. हालांकि छापामारी के दौरान बजरा बालू घाट पर कोई वाहन नहीं मिला. आशंका जतायी जा रही है कि छापामारी की भनक पहले से ही इन्हें लग गयी थी, जिस कारण बालू निकालने के कार्य में लगी नाव किनारे पर बंधी हुई थी. हालांकि इस दौरान छापामारी टीम को नदी किनारे भारी मात्रा में अवैध बालू स्टॉक मिला. टीम के सदस्य इस स्टॉक की जांच पड़ताल में जुटे हैं. इधर, पदाधिकारियों ने पुलिस बल को बजरा घाट पर बालू के स्टॉक के समीप ही रुकने का निर्देश दिया और एसडीओ एवं खनन पदाधिकारी समेत अन्य लोग पांड्रा बेजरा पंचायत अंतर्गत पोलकेरा के बालू घाट पर कार्रवाई के लिए निकल पड़े.

Also Read: World Environment Day 2022: जलवायु परिवर्तन से झारखंड में खाद्य संकट ! पढ़िए क्या है एक्सपर्ट की राय

बंधक अधिकारियों को पुलिस ने सुरक्षित निकाला

दूसरी ओर जिला प्रशासन की टीम के बालू घाट पर कार्रवाई के लिए पहुंचने की सूचना जंगल की आग की तरह इलाके में फैल गयी. जैसे ही प्रशासन की टीम पोलकेरा गांव पहुंची. सौ से भी अधिक ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों के काफिले को गांव में ही घेर लिया. इस दौरान ग्रामीणों ने गांव के रास्ते को बांस-बल्ली आदि लगाकर जाम कर दिया. सड़क पर महिलाओं और बच्चे भी जमे हुए थे. ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए एसडीओ ने पुलिस बल से संपर्क किया. लगभग एक घंटे के बाद अतिरिक्‍त पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर प्रशासनिक अधिकारियों को गांव से बाहर निकाला गया. छापामारी दल में निरसा सीओ नितिन शिवम गुप्ता, पूर्वी टुंडी के सीओ समेत अन्य लोग भी शामिल थे.

Also Read: Mandar Assembly Byelection:रांची का मांडर विधानसभा उपचुनाव कराया जायेगा इकोफ्रेंडली, पढ़िए क्या है तैयारी

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version