गोड्डा : मनरेगा में बिना काम कराये ही 95 हजार की अवैध निकासी, जानें पूरा मामला
मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए सरकार द्वारा मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को एक सौ दिन काम की गारंटी दी गयी. इसके बावजूद गांव के मजदूरों से काम नहीं ले कर दूसरे गांव के मजदूरों के खाते में राशि डाल कर बिचौलिये की मदद से लगातार अवैध राशि की निकासी की जा रही है.
बसंतराय : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मनरेगा योजना में इन दिनों बसंतराय प्रखंड क्षेत्र में लूट-खसोट मची हुई है. मामला प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सांचपुरसांखी पंचायत के निमुहां गांव का है, जहां मनरेगा योजना के तहत कुदरत के घर से सौतार टोला तक कई लाख की राशि से सड़क निर्माण कार्य होना था. कार्य स्थल के धरातल पर बिना एक चुटकी मिट्टी काटे 95730 राशि की अवैध निकासी कर ली गयी है. मौके पर ग्रामीण प्रधान जुल्फकार, मो जमील अख्तर, मो इरफान, मो इस्लाम, मो फजीरउद्दीन, मो सिद्दीक, मो रफीक, मो नेसार आलम, मुबारक, मो नसीरुद्दीन, मो सहुल, मो परवेज आलम, मो नसीम, अब्दुल गफ्फार, मो जलील, मो सोएब, सद्दाम हुसैन, मो फारुक आदि ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत प्रतिनिधि प्रखंड कर्मी एवं बिचौलिए की मिली भगत से अवैध निकासी की गयी है. उन्होंने बताया कि कनीय अभियंता योजना स्थल पर नहीं आते हैं. योजना स्थल का बिना निरीक्षण किये ही मापी पुस्तिका तैयार कर भुगतान कर दिया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत स्तर पर मनरेगा योजना के तहत कई ऐसी योजनाएं संचालित है, जो कि धरातल पर बिना कार्य कराये ही अग्रिम राशि का भुगतान कर दिया गया है. सभी ग्रामीणों ने जिला उपयुक्त से जांच कर अभिलंब कार्यवाही की मांग की है.
गांव के मजदूरों को नहीं मिल रहा है काम
मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए सरकार द्वारा मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को एक सौ दिन काम की गारंटी दी गयी. इसके बावजूद गांव के मजदूरों से काम नहीं ले कर दूसरे गांव के मजदूरों के खाते में राशि डाल कर बिचौलिये की मदद से लगातार अवैध राशि की निकासी की जा रही है. इसके चलते निमुहां गांव के मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं.
क्या कहते हैं बीडीओ
गोड्डा जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाष चंद्र दास ने कहा कि मामले को लेकर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.
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