Kareena Kapoor Khan को Ranbir Kapoor के साथ ‘ऑन-स्क्रीन रोमांस’ करवाना चाहते थे Imtiaz Ali, इस सुपरहिट फिल्म को ‘बेबो’ ने कही ना
Imtiaz Ali wanted Kareena Kapoor Khan to romance Ranbir Kapoor on screen in Rockstar: आज बॉलीवुड फिल्म निर्माता निर्देशक इम्तियाज अली अपना जन्मदिन मना रहे हैं. उन्होंने बतौर निर्देशक फिल्म 'सोचा न था' (2005) से बॉलीवुड में कदम रखा. फिल्म की काफी तारीफ हुई. इसके बाद करीना और शाहिद कपूर के साथ मिलकर फिल्म 'जब वी मेट' बनाई, जो बॉक्स ऑफिस में सुपरहिट रही और खूब सराही गई. सैफ दीपिका को लेकर 'लव आज कल' और रणबीर-नर्गिस को लेकर 'रॉकस्टार' बनाने के बाद उन्होंने खुद को बॉलीवुड में स्थापित कर लिया. मीडिया रिपोर्ट्स की माने पहले नरगिस फखरी के रोल के लिए इम्तियाज़ अपनी जब वी मेट स्टार करीना को लेना चाहते थे लेकिन करीना रणबीर के साथ रोमांस करने से कतरा रहीं थीं.
Imtiyaz Ali Birthday Special: आज बॉलीवुड फिल्म निर्माता निर्देशक इम्तियाज अली अपना जन्मदिन मना रहे हैं. उन्होंने बतौर निर्देशक फिल्म ‘सोचा न था’ (2005) से बॉलीवुड में कदम रखा. फिल्म की काफी तारीफ हुई. इसके बाद करीना और शाहिद कपूर के साथ मिलकर फिल्म ‘जब वी मेट’ बनाई, जो बॉक्स ऑफिस में सुपरहिट रही और खूब सराही गई. सैफ दीपिका को लेकर ‘लव आज कल’ और रणबीर कपूर नर्गिस को लेकर ‘रॉकस्टार’ बनाने के बाद उन्होंने खुद को बॉलीवुड में स्थापित कर लिया.
रॉकस्टार से रणबीर बने सबके चहेते
रॉकस्टार 11 नवंबर 2011 को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने कई मायनों में हिंदी सिनेमा में फिल्मों के अर्थ को बदला था और यही कारण है कि इस फिल्म के साथ रणबीर कपूर ने खुद को वहां स्थापित किया जहां से आज तक उन्हें कोई नहीं हिला पाया है.
बेबो ने रणबीर के साथ ऑन स्क्रीन रोमांस करने के लिए किया मना
कम ही लोग जानते हैं कि इम्तियाज़ अली के दिमाग में रॉकस्टार की कहानी काफी पहले से थी और उस समय उनके दिमाग में फिल्म की कास्टिंग बिल्कुल अलग थी. मीडिया रिपोर्ट्स की माने पहले नरगिस फखरी के रोल के लिए इम्तियाज़ अपनी जब वी मेट स्टार करीना को लेना चाहते थे लेकिन करीना रणबीर के साथ रोमांस करने से कतरा रहीं थीं. उन्होंने साफ मना कर दिया कि वो अपने ऑफ स्क्रीन भाई के साथ ऑन स्क्रीन रोमांस कतई नहीं करेंगी.
झारखंड से जमशेदपुर में पले-बढ़े हैं इम्तियाज
इम्तियाज झारखंड के जमशेदपुर में पले-बढ़े थे. वे स्कूल के दिनों में थियेटर में हिस्सा लिया करते थे. वे नाटक लिखने के साथ-साथ उन्हें डायरेक्ट भी किया करते थे. धीरे-धीरे इम्तियाज की रुचि फिल्मों में बढ़ी, लेकिन उनके घरवाले उनके फिल्म देखने के सख्त खिलाफ थे. उनके फूफा के जमशेदपुर में तीन टॉकीज थे, जहां वे मना करने के बावजूद चोरी-छुपे फिल्म देखने पहुंच जाते थे.
Posted By: Shaurya Punj