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झारखंड CM हेमंत के साथ वर्चुअल मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ऑक्सीजन सिलिंडर समेत आधारभूत संरचना को पूरा करने दिया सुझाव, मंत्री चंपई सोरेन ने भी रखी अपनी बात

Coronavirus in Jharkhand (शचिंद्र कुमार दाश/ प्रताप मिश्रा, सरायकेला- खरसावां) : कोल्हान के जन प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वर्चुअल मीटिंग में स्थानीय सांसद सह केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा भी जुड़े. इस दौरान ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य आधारभूत संरचना को पूरा करने का सुझाव दिया. वहीं, झारखंड के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कल्याण विभाग द्वारा संचालित राज्य के अस्पतालों को कोविड़ अस्पताल में तब्दील करने संबंधी बातें कही.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2021 9:22 PM
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Coronavirus in Jharkhand (शचिंद्र कुमार दाश/ प्रताप मिश्रा, सरायकेला- खरसावां) : कोल्हान के जन प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वर्चुअल मीटिंग में स्थानीय सांसद सह केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा भी जुड़े. इस दौरान ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य आधारभूत संरचना को पूरा करने का सुझाव दिया. वहीं, झारखंड के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कल्याण विभाग द्वारा संचालित राज्य के अस्पतालों को कोविड़ अस्पताल में तब्दील करने संबंधी बातें कही.

वर्चुअल मीटिंग में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सब साथ हैं. झारखंड के जनप्रतिनिधि होने के नाते राज्य को हर प्रकार के सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने हर तरह से सहयोग करने का भरोसा दिया. झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (मिनी लॉकडाउन) से स्थिति में नियंत्रण हो रहा है. लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों में हाट-बाजार के दिन सोशल डिस्टैंसिंग, मास्क लगाने के लिए जागरूकता, मरीजों की जांच और आरटीपीसीआर एवं ट्रूनेट के अलावा ब्लड जांच की भी व्यवस्था आवश्यक है.

गांवों में प्राथमिक स्तर पर जांच हो, एंबुलेंस की व्यवस्था दुरुस्त किया जाये

केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि पीएम केयर फंड से जिलों को वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया था, लेकिन टेक्नीशियन की कमी के कारण कई जगहों पर इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. आधारभूत संरचना को पूरा करने के साथ-साथ चिकित्सकों की कमी को भी दूर करने की आवश्यकता है. कोरना संक्रमितों के लिए डायल नंबर 108 ठीक से काम नहीं कर रही है. ऐसे में एंबुलेंस की कमी को दूर किया जाये. कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता लाने की जरूरत है. उन्होंने इसमें जन प्रतिनिधियों को भी जोड़ने का सुझाव दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने के लिये प्राथमिक स्तर पर जांच की व्यवस्था होनी चाहिये. अक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता को बढ़ाने पर जोर दिया. साथ ही कोरोना के संभावित तीसरे लहर के प्रति भी आगाह किया. अर्जुन मुंडा ने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी बेहतर कार्य कर रहे है. स्वयं सेवा संस्थाओं को सक्रिय करने की अपील की.

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कोविड अस्पताल में ओपीडी की भी रहेगी सुविधा : चंपई सोरेन

राज्य में बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कल्याण विभाग द्वारा राज्य में संचालित 16 अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है. साथ ही प्रत्येक अस्पताल में 50-50 बेड रखा जा रहा है. वहां ओपीडी चालू कर दिया गया है, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलता है, तो लोगों को सरकारी चिकित्सा का लाभ मिल सके. उक्त बातें सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित कोल्हान के मंत्री, सांसद और विधायकों के वर्चुअल बैठक में आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कही.

मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी 16 अस्पतालों में से 15 अस्पतालों में सुविधा शुरू हो गयी है. एक अस्पताल में एक से दो दिनों के अंदर यह व्यवस्था शुरू हो जायेगा, ताकि ग्रामीण लोगों को अस्पतालों में बेड की समस्या नहीं हो. कहा कि कोरोना के सेकेंड वेब में ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ी हुई है. ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर लोग मास्क का प्रयोग नहीं करते हैं जिसके कारण एहतियात के तौर पर पंचायत व गांव स्तर के जनप्रतिनिधियों को लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है.

मंत्री श्री सोरेन ने सरकार द्वारा लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अहम बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह से जहां कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने में हम सफल हो रहे हैं, वहीं मिनी लॉकडाउन के बावजूद जिला के औद्योगिक क्षेत्र में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लोग रोजगार भी प्राप्त कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिला औद्योगिक क्षेत्र है. यहां लगभग 1190 कंपनियां हैं जिसमें 1090 कंपनी चालू अवस्था में है और लोग उसमें काम भी कर रहे हैं. इतना बड़ा औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद इस वैश्विक माहमारी कोरोना का संक्रमण जिला में कम है. कोरोना काल में जिला प्रशासन के कार्यो की तारीफ करते हुए मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन बेहतर तरिके से काम कर रही है. चाहें वह लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का हो या टीकाकरण हर क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है.

Posted By : Samir Ranjan.

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