Jharkhand News (फतेहपुर, जामताड़ा) : झारखंड के जामताड़ा जिला अंतर्गत फतेहपुर प्रखंड क्षेत्र के बनुडीह पंचायत अंतर्गत मलडीहा गांव के बाजेपाड़ा टोला में रविवार सुबह 4 बजे झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी ने पति-पत्नी दोनों को कुचल कर मार डाला. मृतक दंपती जियालाल पावरिया (60 वर्ष) और सोनामुनि टुडू (55 वर्ष) सुबह शौच के लिए घर से बाहर निकले थे. उसी वक्त एक जंगली हाथी ने दोनों पर हमला कर दिया. दोनों ने मौके पर ही अपना दम तोड़ दिया.
घटना के बाद हाथी जंगल की ओर अपना रास्ता मोड़ लिया. गांव के करीब जंगल होने से हाथी अपना डेरा जमाया हुआ है. घटना की खबर पाकर फतेहपुर थाना प्रभारी सुमन कुमार, एएसआइ मिथिलेश कुमार, सब इंस्पेक्टर सुमित झा, एसआइ राजू मोदी घटनास्थल पर पहुंचे. दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जामताड़ा भेज दिया. घटना को लेकर क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ.
वन विभाग से रेंजर प्रतिमा कुमारी सूचना देने के दो घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची. रेंजर के पहुंचने के बाद ग्रामीण उग्र हो गये और हंगामा करना शुरू कर दिया. रेंजर ने तत्काल परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपये का सहयोग दिया, लेकिन बाद में ग्रामीण उग्र हो गये और रेंजर प्रतिमा कुमारी को दो घंटे तक बंधक बनाये रखा.
उग्र ग्रामीण ने वन विभाग से हाथी को क्षेत्र से भगाने की मांग को लेकर अड़े रहे. मामले का तुल पकड़ता देख घटनास्थल पर बीडीओ मुकेश कुमार बाउरी व अंचलाधिकारी पंकज कुमार पहुंचे. बीडीओ, सीओ व थाना प्रभारी सुमन कुमार के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए. सीओ ने मृतक के परिजनों को सभी तरह की सरकारी सुविधा का लाभ देने का आश्वासन दिया. इसके बाद रेंजर प्रतिमा कुमारी को छोड़ा.
ग्रामीणों का कहना था कि मालडीहा के बाजेपाड़ा में पिछली बार भी जंगली हाथी ने तीन लोगों को कुचलकर मार डाला था. गांव में वन समिति है, लेकिन विभाग समिति को हाथी भगाने के लिए कोई सामान नहीं देता है. बहुत दिनों से केरोसिन, टॉर्च, पटाखा की मांग की जा रही है, लेकिन विभाग के कानों में जू तक नहीं रेंग रहा है.
इस संबंध में डीएफओ बंकर अजिंक्य देवीदास ने कहा कि तत्काल मृतक के परिजनों को 10 हजार रुपये दिया गया है. कागजी प्रक्रिया पूरी होते ही परिजनों को मुआवजा दिया जायेगा. प्रति मृत व्यक्ति पर मुआवजा चार -चार लाख रुपये परिजनों को दिया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.