गोरखपुर. नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रत्याशियों की घोषणा को 10 दिन बीत चुके हैं. चुनाव प्रचार चरम पर है. गोरखपुर की नगर निकाय सीटों पर टिकट वितरण अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है. भारतीय जनता पार्टी ने यहां आरक्षित श्रेणी में आने वालों पर अधिक दांव चला है. जिस वार्ड में अनारक्षित सीट है वहां भी आरक्षित वर्ग से आने वालों को टिकट देकर खास वर्ग समुदाय के वोटरों को लुभाने की कोशिश की है.
गोरखपुर में नगर निकाय चुनाव के प्रथम चरण के लिए 4 मई को मतदान होना है. सभी पार्टी के प्रत्याशियों ने तैयारी तेज कर दी है. गोरखपुर नगर निगम में 80 वार्ड हैं. 34 सीट अनारक्षित हैं. 17 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है. महिलाओं के लिए आरक्षित 17 सीटों को शामिल कर लिया जाए तो यहां कुल 51 सीट ऐसी हैं जहां सामान्य वर्ग का उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है. भाजपा ने इन 51 में 27 सीटों पर आरक्षित वर्ग के प्रत्याशी को उतारा है. इस प्रयोग पर सभी की नजर टिकी हुई है. उनको चुनाव के परिणाम का बेसब्री से इंतजार है जिनकी दावेदारी को पार्टी ने अस्वीकार कर आरक्षित वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दी है.
भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में उतारे गए प्रत्याशियों की बात करें तो 34 अनारक्षित सीट में से 18 सीट पर पार्टी ने आरक्षित वर्ग के प्रत्याशी को उतारा है. इसमें 16 पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशी और एक-एक अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी हैं. 19 महिला सीट में से 9 सीट पर पार्टी ने आरक्षित वर्ग की महिलाओं को मौका दिया हैं. इनमें से 7 पिछड़ा वर्ग की महिलाएं और 2 अनुसूचित जाति वर्ग की है.
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रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर