Jharkhand Crime News (चंद्रप्रकाश सिंह, लातेहार) : झारखंड के लातेहार जिले के गारू स्थित गनइखांड गोलीकांड पर मृतक की पत्नी जीरामनी देवी द्वारा दिये गये आवेदन के बाद प्राथमिकी दर्ज नहीं किये जाने के खिलाफ ग्रामसभा का आयोजन हुआ. गत 3 जुलाई को ग्राम प्रधान मोदी सिंह की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा इस दिशा में कोई पहल नहीं होता देख ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने का निर्णय लिया है.
इस मौके पर अखिल झारखंड खरवार जनजाति विकास परिषद के केंद्रीय महासचिव लाल मोहन सिंह ने कहा कि ब्रह्मदेव सिंह को न्याय दिलाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे. इस हत्याकांड के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. दूसरी ओर, पुलिस ग्रामीणों को बरगलाने का काम कर रही है. ऐसे में मृतक के परिजनों और गांव के 5 लोगों पर किये गये प्राथमिकी पर न्याय नहीं मिल सकता है.
श्री सिंह ने कहा कि गत 26 जून को ग्रामसभा हुई थी जिसमें पुलिस की गोली से मारे गये ब्रह्मदेव सिंह की पत्नी जिरामनी देवी द्वारा गोली चलाने वाले पुलिस कर्मियों पर प्राथमिकी कराने का निर्णय लिया गया था. गारू थाना में गत 27 जून को जीरामनी देवी ने 14 पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी का आवेदन दिया, लेकिन अब तक किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. ग्रामसभा में पुलिस प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त किया गया और न्याय नहीं मिलने तक लड़ाई लड़ने की बात कही गयी.
मौके पर आदिवासी महासभा के जिला संयोजक सेलेस्टीन कुजूर, खरवार आदिवासी उत्थान समिति के जिला सचिव अरुण कुमार सिंह, सोहराई खरवार, विनेशर सिंह, दयाली खरवार, दिनेश सिंह, पूर्व मुखिया बंसत नारायण सिंह, दीनानाथ सिंह, विशेशर सिंह, फुदनी देवी, पनपतिया देवी, बुधनी देवी, चांदी देवी, समपतिया देवी, प्रमिला देवी व सोहनी देवी समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.