MGNAREGA Scam: लातेहार जिला अंतर्गत बालूमाथ प्रखंड में मनरेगा की राशि की बंदरबांट का मामला सामने आया है. प्रखंड कर्मी और बिचौलियों की मिलीभगत से योजनाओं में प्राक्कलन से अधिक राशि की निकासी की गयी है. प्रखंड क्षेत्र के 10 पंचायतों में प्राक्कलन से अधिक राशि निकासी का मामला सामने आया है. इस संबंध में बालूमाथ बीडीओ ने मामले की जांच की बात कही है.
वित्तीय वर्ष 2019-20 तथा 2020-2021 में प्रखंड के 10 पंचायतों में मनरेगा की लगभग 200 योजनाओं में प्राक्कलन से अधिक राशि निकाल ली गयी है. इस योजनाओं में सिंचाई कूप, टीसीबी, मेढ़बंदी एवं ट्रेंच कम बंड शामिल है. उदाहरण स्वरूप लातेहार जिला अंतर्गत रजवार पंचायत के कुरियाम कला गांव में मंगरी देवी की जमीन में सिंचाई कूप निर्माण जिसका प्राक्कलन राशि 3 लाख 67 हजार 661 रुपये है, जिसमें 3 लाख 75 हजार 609 रुपये की निकासी हुई है. इसी तरह इसी गाव में विपिन कुमार रवि की जमीन में सिंचाई कूप निर्माण जिसका प्राक्कलन राशि 3 लाख 67 हजार 661 है, लेकिन इसमें भी 3 लाख 69 हजार 192 रुपये की निकासी कर ली गयी है.
इसके अलावा सेरेगड़ा पंचायत की जाला गांव में शीतला देवी की जमीन में मेढ़बंदी निर्माण जिसकी प्राक्कलन राशि 15,614 है, जबकि इस योजना में 18,624 रुपये की निकासी की गयी है. वहीं, इसी पंचायत के चेतर गांव में शनचरिया देवी के जमीन में मेढ़बंदी निर्माण जिसकी प्राक्कलन राशि 15,376 है, जबकि इस योजना में कुल 20,952 रुपये की निकासी की गयी है. इसी तरह मुरपा पंचायत के कुल 13 योजनाओं की प्राक्कलित राशि 6 लाख 22 हजार 296 रुपये है, जबकि इन योजनाओं में 6 लाख 28 हजार 527 रुपये की निकासी की गयी है.
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इसी तरह से झाबर पंचायत के 11 योजनाओं की प्राक्कलित राशि 3 लाख 44 हजार 661 है. इन योजनाओं में 4 लाख, 99 हजार 996 रुपये की निकासी की गयी है. झाबर पंचायत के 11 योजनाओं में एक लाख 55 हजार 355 रुपये प्राक्कलन राशि से अधिक निकाले गये हैं. प्रखंड में सबसे अधिक मामला सेरेगड़ा पंचायत का है जहां कुल 51 योजनाओं में प्राक्कलन से अधिक राशि निकाली गयी है.
इसके अलावा रजवार में 37, चेताग में 30, मुरपा एवं झाबर में 13-13, बालूमाथ एवं मारंगलोइया में 11-11, बसिया एवं भगेया में 4-4 तथा गणेशपुर पंचायत में कुल 5 योजनाओं में प्राक्कलन से अधिक राशि की निकासी की गयी है. पूरे मामले की जांच करायी जाये, तो मनरेगा योजना का सच काफी हद तक सामने आयेगा.
नरेगा वॉच के जेम्स हेरेंज ने इस मामले में बताया कि मनरेगा योजना में प्राक्कलन से अधिक रुपये की निकासी किया जाना पूरी तरह वित्तीय अनियमितता है. ऐसे मामलों की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, इस संबंध में पूछे जाने पर बालूमाथ प्रखंड विकास पदाधिकारी राजश्री ललीता बाखला ने कहा कि मामले की जांच करायी जायेगी कि किन परिस्थितियों में मनरेगा की योजनाओं में प्राक्कलन से अधिक राशि का भुगतान किया गया है.
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रिपोर्ट : चंद्रप्रकाश सिंह, लातेहार