Odisha: ओडिशा में 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में संज्ञेय अपराधों की दर में 14.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. राज्य विधानसभा(State Assembly) में प्रस्तुत किए गए एक श्वेतपत्र में यह जानकारी सामने आयी है. विधानसभा में प्रस्तुत किए गए श्वेतपत्र के मुताबिक 2022 में ओडिशा में कोई राजनीतिक हिंसा या सांप्रदायिक घटनाएं नहीं हुईं. इसके अलावा राज्य में माओवादी गतिविधियों में भी कमी दर्ज की गयी है.
ओडिशा के गृह विभाग की ओर से सोमवार रात विधानसभा में प्रस्तुत किए गए श्वेत पत्र के मुताबिक 2021 में कुल 1,55,420 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए, जबकि 2022 में यह संख्या बढ़कर 1,78,190 हो गयी. इस श्वेतपत्र के अनुसार 2021 की तुलना में 2022 में दुष्कर्म और हत्याओं की संख्या में कमी आई है. हालांकि, चोरी, डकैती और अन्य अपराधों के मामलों में वृद्धि देखी गई है. वर्ष 2022 में माओवादी गतिविधियों में मामूली गिरावट भी दर्ज की गयी थी. 2021 में 1,55,420 संज्ञेय अपराध दर्ज हुए, 2022 में यह संख्या बढ़कर 1,78,190 हो गयी
श्वेतपत्र के अनुसार 2022 में हत्या के 1,379 मामले, दुष्कर्म के 3,184 मामले, डकैती के 626 मामले, लूट के 2,998 मामले, सेंधमारी के 5,467 मामले, चोरी के 14,893 मामले जबकि सड़क दुर्घटनाओं के 11,663 मामलों सहित कुल 1,78,190 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए हैं. राज्य में साइबर अपराध के 1,983 मामले दर्ज किए थे और इस सिलसिले में 441 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
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श्वेतपत्र के मुताबिक 2022 में ओडिशा में कोई राजनीतिक हिंसा या सांप्रदायिक घटनाएं नहीं हुईं. 2021 की तुलना में 2022 में दुष्कर्म और हत्याओं की संख्या में कमी आई पर चोरी, डकैती और अन्य अपराधों के मामलों में वृद्धि देखी गयी