प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को जेल में बंद शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी द्वारा धमकी दिये जाने की हर वर्ग ने निंदा की है. मामले में सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा कि होटवार जेल रांची से एक बंदी द्वारा प्रभात खबर के प्रधान संपादक को फोन पर धमकी देना बहुत ही निंदनीय है. आखिर जेल में बंदी के पास मोबाइल कैसे आया. कैसे वह लगातार फोन कर लोगों को धमकी दे रहा है. यह राज्य में व्याप्त अराजक स्थिति का एक उदाहरण है. राज्य सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेनी चाहिए. जेल में बंदियों तक मोबाइल पहुंचाने वाले कारा के अधिकारियों, कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. आखिर कोई बंदी कैसे लगातार फोन का इस्तेमाल कर रहा है. यह मीडिया के आवाज को दबाने का प्रयास है.
झारखंड में जंगल राज का प्रत्यक्ष प्रमाण, कारा कर्मियों पर हो कार्रवाई : विधायक
धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा है कि झारखंड में जंगल राज व्याप्त है. प्रभात खबर के प्रधान संपादक को धमकी इसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण है. कहा कि जेल के अंदर पैसे वाले बंदियों को हर तरह की सुविधाएं मिल रही है. कारा की सुरक्षा कितनी बदहाल है. यह धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या से भी सामने आ चुकी है. ऑटोमेटिक हथियार जेल के अंदर पहुंच जाता है. कहा : यह मीडिया की आवाज दबाने की साजिश है. अब तक अपराधियों द्वारा व्यापारियों, डॉक्टरों को धमकी दी जा रही थी. अब, तो मीडिया कर्मियों को भी मिलने लगी है. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
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