Jharkhand News: महाकाल की नगरी उज्जैन में खरसावां के छऊ कलाकारों ने शिव तांडव नृत्य पेश कर सबका मन मोहा

महाकाल की नगरी उज्जैन में झारखंड के खरसावां स्थित देहरीडीह के छऊ नृत्य कलाकारों ने शिव तांडव पेश कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. छऊ गुरु परमानंद नंदा के नेतृत्व में 15 सदस्यीय छऊ कलाकारों ने बेहतरीन नृत्य पेश किया.

By Samir Ranjan | October 12, 2022 7:00 PM
an image

Jharkhand News: महाकाल की नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में महाकाल लोक के लोकार्पण के दौरान खरसावां शैली के छऊ नृत्य की प्रस्तुती हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. इस दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे करीब 800 कलाकारों ने अपने-अपने क्षेत्र के नृत्य कला को प्रदर्शित किया. इसमें खरसावां के देहरीडीह के भवेश छऊ नृत्य कला केंद्र के कलाकारों ने भी छऊ नृत्य पेश किया.

खरसावां के देहरीडीह के छऊ कलाकारों ने शिव तांडव नृत्य किया पेश

छऊ गुरु परमानंद नंदा के नेतृत्व में 15 सदस्यीय छऊ कलाकारों ने भगवान शिव एवं भष्मासुर थीम पर शिव तांडव नृत्य पेश किया. इस दौरान पीएम ने हाथ हिलाकर कलाकारों का बढ़ाया हौसला. उज्जैन में नृत्य प्रस्तुत करने के बाद देहरीडीह के कलाकार काफी उत्साहित दिखे.

इन कलाकारों ने किया नृत्य

महाकाल की नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में खरसावां के देहरीडीह के 15 कलाकारों ने शहनाई की धुन तथा मांदर एवं नगाड़े की थाप पर छऊ नृत्य पेश किया. छऊ गुरु परमानंद नंदा के नेतृत्व में इस छऊ नृत्य दल में मुख्य रूप से सोनू लोहार, डंगल हेंब्रम, सुखराम सामंत, रघु सामंत, ठाकुर मछुआ, सोनिया गोप, सुकुरमनी पाडेया, सुमी हेंब्रम, गोरिता जामुदा, रामनाथ सामंत, सुखदेव सामंत आदि कलाकार शामिल रहे.

Also Read: Sarkari Naukri: झारखंड में 25 हजार शिक्षकों की जल्द होगी नियुक्ति, यहां पढ़ें CM हेमंत की बड़ी घोषणाएं

लोगों ने नृत्य को सराहा

शिव तांडव पर आधारित खरसावां शैली के छऊ नृत्य किया गया. पीएम ने हाथ उठाकर नृत्य को सराहा. इस दौरान एमपी के सीएम शिवराज सिंह के साथ-साथ हजारों दर्शकों ने भी छऊ नृत्य की सराहना की. पीएम के सामने नृत्य पेश कर सभी कलाकार उत्साहित हैं. लोगों ने भी शिव तांडव नृत्य को काफी पसंद किया. देश के विभिन्न राज्यों से 800 कलाकार यहां कार्यक्रम पेश करने के लिए पहुंचे थे.

रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां.

Exit mobile version