CSJMU: दो महीने में नए सत्र के लिए 10 फीसदी ही हुए दाखिले, विश्वविद्यालय प्रशासन ने जताई चिंता
कानपुर विश्वविद्यालय (CSJMU) में नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के दो महीने बाद भी निजी संस्थानों में सिर्फ 10 फीसदी सीटें ही भर पाई हैं. कई स्ववित्त पोषित महाविद्यालय ऐसे हैं, जहां अब तक एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है.
Kanpur : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) में नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के दो महीने बाद भी निजी संस्थानों में सिर्फ 10 फीसदी सीटें ही भर पाई हैं. कई स्ववित्त पोषित महाविद्यालय ऐसे हैं, जहां अब तक एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है. कॉलेज संचालक शिक्षकों को गांव-गांव, मोहल्ले-मोहल्ले भेज कर कोर्स की जानकारी दे रहे हैं और उन्हें दाखिले के लिए बुला रहे हैं.
इसके बावजूद भी प्रवेश संख्या में इजाफा नहीं देखने को मिल रहा है. वहीं, कुछ अनुदानित कॉलेजों की हालत भी काफी खराब है. शहर के पीपीएन कॉलेज, क्राइस्टचर्च और वीएसएसडी कॉलेज को छोड़ दें तो अन्य अनुदानित महाविद्यालयों में भी मात्र 25 से 30 फीसदी ही सीटें सिर्फ अब तक भर पाई है.
दो बार बढ़ी प्रवेश की तिथि
कानपुर में 22 अनुदानित और 143 स्ववित्तपोषित महाविद्यालय हैं. वहीं, विवि से संबद्ध सात जिलों (कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, इटावा) में करीब 700 महाविद्यालय हैं. कॉलेजों में दाखिले के लिए विवि ने अप्रैल से वेब रजिस्ट्रेशन नंबर (WRN) प्रक्रिया शुरू कर दी थी. 12वीं के परिणाम भी जल्द जारी हो गए और विवि ने एक माह की निर्धारित तिथि को दो बार बढ़ा कर 15 जून तक कर दिया है. इसके बावजूद भी निजी कॉलेजों में प्रवेश संख्या नहीं बढ़ रही है.
कई कॉलेजों में नहीं खुला प्रवेश का खाता
उप्र स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां पर दाखिले का खाता तक नहीं खुला है. महाविद्यालयों के शिक्षकों को घर-घर भेजा जा रहा है, लेकिन प्रवेश नहीं बढ़ रहा है. डीबीएस कॉलज के प्राचार्य के मुताबिक दाखिले काफी कम हुए है पर पिछले साल की अपेक्षा बेहतर है. अभी तक 3600 सीटों के सापेक्ष 350 प्रवेश हुए हैं.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी